क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अगर सबसे मुश्किल कोई प्रारूप है तो वो है टेस्ट क्रिकेट। इस प्रारूप में एक बल्लेबाज को सयम और धैर्य के साथ बल्लेबाजी करनी होती है। एक खिलाड़ी की परीक्षा टेस्ट मैच के दौरान होती है। मौजूदा समय में टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता पहले के मुकाबले काफी कम हो गई है। इसी वजह से आईसीसी को इस फॉर्मेट को फिर से लोकप्रिय बनाने के लिए वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जैसी प्रतियोगिता शुरू करनी पड़ी।
टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक लगाना आसान नहीं होता और किसी भी बल्लेबाज के लिए ये एक बड़ा सपना होता है। वैसे तो दुनिया में कई बल्लेबाजों ने क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में तिहरा शतक लगाया है पर इस दशक में टेस्ट क्रिकेट में दुनिया के सिर्फ आठ बल्लेबाज ये कारनामा करने में सफल हो पाए हैं। आज इस आर्टिकल में हम इन 8 बल्लेबाजों द्वारा लगाए गए तिहरे शतकों के बारे में बताने वाले हैं।
1. क्रिस गेल (बनाम- श्रीलंका 2010)
इस दशक का पहला तिहरा शतक वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज क्रिस गेल ने 2010 में श्रीलंका के खिलाफ लगाया था। इस मुकाबले में वेस्टइंडीज की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 580/9 पर अपनी पहली पारी घोषित कर दी थी। इस पारी में विंडीज की तरफ से गेल ने 447 गेंदों पर 333 रनों की पारी खेली थी। गेल ने अपनी इस पारी में 34 चौके और 9 छक्के जड़े थे। दोनों टीमों के बीच खेला गया ये मुकाबला ड्रॉ रहा था।
2. माइकल क्लार्क (बनाम- भारत 2012)
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2012 में सिडनी के मैदान पर टेस्ट सीरीज का दूसरा मुकाबला खेला गया। इस मुकाबले में टीम इंडिया पहले बल्लेबाजी करते हुए 191 रनों पर सिमट गई थी। जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम ने 659/4 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
इस पारी में ऑस्ट्रेलिया के कप्तान माइकल क्लार्क ने तिहरा शतक जड़ा था। क्लार्क ने 468 गेंदों पर नाबाद 329 रन बनाए थे। इस पारी के दौरान क्लार्क ने 39 चौके और 1 छक्का लगाया था।ऑस्ट्रेलिया ने इस मुकाबले को एक पारी व 68 रनों से जीता था।
3. हाशिम अमला (बनाम- इंग्लैंड 2012)
जुलाई 2012 में दक्षिण अफ्रीका और इंग्लैंड के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला खेला गया था। इस मैच में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 385 रनों पर ऑलआउट हो गई थी। जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने पहली पारी में 637/2 का अम्बार खड़ा कर दिया।
दक्षिण अफ्रीका की ओर से हाशिम अमला ने इस पारी में 35 चौकों की मदद से 311* रन बनाए। इस मैच में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड को 12 रन व एक पारी से हराया था।
4. कुमार संगकारा (बनाम- बांग्लादेश 2014)
फरवरी 2014 में श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मैच खेला गया था। जो कि ड्रॉ रहा था। इस मैच में श्रीलंका ने पहली पारी में 587 रन बनाए।
पहली पारी में श्रीलंका की ओर से कुमार संगकारा ने 8 छक्कों और 32 चौकों की मदद से 319 रन जड़े थे। संगकारा ने मैच की दूसरी पारी में भी 105 रनों की शतकीय पारी खेली थी।
5. ब्रेंडन मैकलम (बनाम- भारत 2014)
इसी साल का दूसरा तिहरा शतक फरवरी के महीने में न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ब्रेंडन मैकलम ने भारत के खिलाफ जड़ा था। मैकलम ने भारत के खिलाफ ये तिहरा शतक (302) बनाने के लिए 559 गेंदों का सामना किया था। मैकलम ये तिहरा शतक 32 चौकों और 4 छक्कों की मदद से पूरा किया था। ये मुकाबला बेनतीजा रहा था।
6. अजहर अली (बनाम- वेस्टइंडीज 2016)
इस दशक में पाकिस्तान क्रिकेट टीम की ओर से भी तिहरा शतक लगा। जो कि अजहर अली ने 2016 में दुबई के मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ ठोका था। इस मैच में पाकिस्तान ने अपनी पहली पारी 579/3 पर घोषित की।
इतना बड़ा टोटल पाकिस्तान की टीम अजहर अली के तिहरे शतक के दम पर खड़ा कर पाई थी। पहली पारी में अजहर ने नाबाद 302 रन बनाए थे। इस पारी के दौरान अजहर ने 23 चौके और 2 छक्के लगाए। पाकिस्तान ने इस मुकाबले में वेस्टइंडीज को 56 रनों से मात दी थी।
7. करुण नायर (बनाम- इंग्लैंड 2016)
भारत की ओर से इस दशक का एक मात्र तिहरा शतक करुण नायर ने दिसंबर 2016 में चेन्नई के मैदान पर इंग्लैंड के ख़िलाफ़ जड़ा था। इस मैच में नायर ने 381 गेंदों पर 303* रनों की पारी खेली थी। जिसमें 32 चौके और 4 छक्के भी शामिल थे, और उनका स्ट्राइक रेट 79.52 का रहा था। टीम इंडिया ने इस मैच में इंग्लैंड को एक पारी व 75 रनों से धूल चटाई थी।
8. डेविड वॉर्नर (बनाम- पाकिस्तान 2019)
इस दशक का आखरी तिहरा शतक ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज डेविड वॉर्नर ने पाकिस्तान के खिलाफ बनाया था। जो कि टेस्ट क्रिकेट इतिहास का चौथा सबसे तेज तिहरा शतक था। इस मैच ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्नर के तिहरे शतक की मदद से पहली पारी में 589/3 रन बनाए और पारी घोषित कर दी।
वॉर्नर ने इस पारी में 39 चौकों और 1 छक्के की मदद से 418 गेंदों पर 335* रन जड़े थे। इस मैच में पाकिस्तान को एक पारी व 48 रनों से हार का सामना करना पड़ा।