भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानि बीसीसीआई (BCCI) अक्टूबर से 2021-22 का डोमेस्टिक सीजन शुरू करने के बारे में विचार कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना वायरस को देखते हुए बीसीसीआई ने दो तरह की प्लानिंग कर रखी है।
दैनिक जागरण में छपी खबर के मुताबिक अगर भारत में कोरोना के मामले कम हो जाते हैं तो मेंस और वुमेंस कैटेगरी को मिलाकर 2127 डोमेस्टिक मैचों का आयोजन होगा।
पिछले सीजन बीसीसीआई केवल सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी का ही आयोजन करवा सकी थी। कोरोना वायरस की वजह से रणजी ट्रॉफी का आयोजन नहीं हो पाया था और इसकी वजह से डोमेस्टिक क्रिकेटर्स पर काफी असर पड़ा था।
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बीसीसीआई सभी टूर्नामेंट्स का करवाएगी आयोजन
हालांकि इस बार मेंस कैटेगरी में रणजी ट्रॉफी, सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी और सीके नायडू ट्रॉफी का आयोजन होना है। वहीं वुमेंस क्रिकेट की अगर बात करें तो सीनियर लेवल के चारों ही टूर्नामेंट्स का आयोजन कराया जाएगा। इसके अलावा तीन अंडर-19 और दो अंडर-23 टूर्नामेंट्स का आयोजन भी होगा।
अगर दूसरे प्लान की बात करें तो बीसीसीआई इन सभी टूर्नामेंट्स का आयोजन तो करेगी लेकिन इस दौरान कुछ पाबंदियां भी रहेंगी। सभी टीमों को टूर्नामेंट की शुरूआत से पहले 7 दिनों के क्वांरटीन में रहना होगा। टीमों को छह ग्रुप में बांटा जाएगा और जितने मुकाबले कम हुए हैं उसके आधार पर प्वॉइंट सिस्टम को भी एडजस्ट किया जाएगा। क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल 2020-21 सीजन की तरह ही होंगे।
आपको बता दें कि कोरोना वायरस की वजह से सभी तरह की क्रिकेट पर काफी असर पड़ा और खासकर डोमेस्टिक क्रिकेटर्स को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा।
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