शार्दुल ठाकुरभारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ने कोरोना वायरस की महामारी के बीच ट्रेनिंग दोबारा से स्टार्ट कर दिया है। शनिवार को उन्होंने नेट्स में 5 ओवर गेंदबाजी की। हालांकि बीसीसीआई उनके ट्रेनिंग शुरु करने से खुश नहीं है और इस पर नाराजगी जताई है। रिपोर्ट के मुताबिक शार्दुल ठाकुर ने बोर्ड से बिना परमिशन के रेड जोन में प्रैक्टिस किया और इसी वजह से बीसीसीआई ने नाराजगी जताई है। आईएनएस के मुताबिक एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि शार्दुल ठाकुर कॉन्ट्रैक्टेड खिलाड़ी हैं लेकिन उन्होंने खुद से ट्रेनिंग स्टार्ट कर दिया। उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था, ये अच्छा कदम नहीं है।ये भी पढ़ें: गौतम गंभीर ने एमसके प्रसाद पर साधा निशाना, अंबाती रायडू के मुद्दे को लेकर दी तीखी प्रतिक्रियाशार्दुल ठाकुर मुंबई में रहते हैं और वो इलाका रेड जोन में आता हैआपको बता दें कि शार्दुल ठाकुर मुंबई में रहते हैं और वो इलाका रेड जोन में आता है। सरकार ने खिलाड़ियों की ट्रेनिंग के लिए स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और स्टेडियम खोलने की इजाजत दे दी है लेकिन मुंबई में जिस तरह के हालात हैं, उसे देखते हुए वहां पर ट्रेनिंग की इजाजत नहीं है। रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ी ट्रेनिंग के लिए बाहर नहीं गए।ये भी पढ़ें: सुरेश रैना ने कैच पकड़ने के मामले में भारतीय टीम के सबसे बेस्ट फील्डर का नाम बतायाUPDATE🚨: Following the latest COVID-19 guidelines issued by the Ministry Of Home Affairs, the BCCI has issued a statement.LINK🔗https://t.co/tvBvbv85jz pic.twitter.com/wV9QTEH8My— BCCI (@BCCI) May 17, 2020शार्दुल ठाकुर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में कहा कि काफी समय बाद ये मेरी पहली ट्रेनिंग थी, इसलिए मैंने केवल 5 ही ओवर गेंदबाजी की। अपने बॉलिंग वाले जूते पहनकर और इतने दिनों के बाद मैदान में वापसी करके मुझे काफी खुशी महसूस हो रही थी। ऐसा लग रहा था जैसे कि ये एक नई शुरुआत है। घर पर मैं भारतीय टीम के फिटनेस ट्रेनर द्वारा दिए गए रुटीन को फॉलो कर रहा था।ये भी पढ़ें: शार्दुल ठाकुर ट्रेनिंग शुरु करने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बनेशार्दुल ठाकुर ने कहा कि प्रैक्टिस के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखा गया। हमने एक दूसरे से कुछ मीटर की दूरी बनाकर रखी और मुझे अपनी खुद की गेंद प्रैक्टिस के लिए मिली थी। अब आप मैदान में थूक भी नहीं सकते हैं और ना ही अपनी थूक का उपयोग कर सकते हैं। अच्छी बात ये है कि क्रिकेट कॉन्टैक्ट वाला खेल नहीं है। मैं गेंदबाजी करके अपने रन-अप पर वापस जा सकता हूं।'