BCCI Mulls Bringing Back Yo-Yo Test: ऑस्ट्रेलिया के निराशाजनक दौरे के बाद से ही भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) एक्शन मोड में है। लगातार भारतीय टीम के अंदर बदलाव की रिपोर्ट्स आ रही हैं। अब एक ताजा रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि बोर्ड यो यो टेस्ट को वापस लाने पर विचार कर रहा है। विराट कोहली जब तक भारतीय टीम के कप्तान थे तब तक यो यो टेस्ट का महत्व काफी अधिक था। हालांकि, राहुल द्रविड़ के कार्यकाल में इस टेस्ट को हटा दिया गया था। उस समय बोर्ड का कहना था की खिलाड़ियों के ऊपर वर्कलोड काफी अधिक है और ऐसे में यो यो टेस्ट करना सही नहीं होगा।
हालांकि, अब जबकि बोर्ड एक्शन मोड में है तो एक बार फिर से इस टेस्ट की वापसी करने पर विचार हो रहा है। दरअसल इस टेस्ट के जरिए खिलाड़ियों की फिटनेस देखी जाती है और इस बात में कोई शक नहीं है कि कोहली की कप्तानी के दौरान भारतीय टीम ने फिटनेस पर काफी काम किया था। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक बोर्ड को लग रहा है कि कुछ खिलाड़ियों ने यो यो टेस्ट हटाए जाने को हल्के में ले लिया है और इसका फायदा उठा रहे हैं।
यो यो टेस्ट को लेकर रॉबिन उथप्पा ने छेड़ी थी पुरानी कहानी
पिछले कुछ समय से यो यो टेस्ट पर कोई बातचीत नहीं हो रही थी, लेकिन हाल ही में पूर्व भारतीय बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने इस नियम को लेकर एक पुरानी कहानी छेड़ी थी। उथप्पा ने एक इंटरव्यू के दौरान दावा किया था की इसी टेस्ट के चलते ही दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह का इंटरनेशनल करियर समाप्त हो गया था। उथप्पा का कहना था की कैंसर को मात देकर वापसी करने वाले युवराज ने यो यो टेस्ट में अपने लिए दो अंकों के छूट की मांग की थी जिसे ठुकरा दिया गया था।
उथप्पा ने यह भी दावा किया था कि यह सब कोहली के कहने पर हुआ था और कोहली किसी को भी यो यो टेस्ट में कोई भी छूट देने के पक्ष में नहीं थे। हालांकि, युवराज ने जब 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेली थी तो उन्होंने ये टेस्ट पास किया था।