इंडियन प्रीमियर लीग के अगले सीजन से हमें 8 की बजाय 10 टीमें देखने को मिल सकती हैं। बीसीसीआई ने कहा है कि वो 24 दिसंबर को होने वाली सालाना जनरल मीटिंग में इस मुद्दे को उठाएंगे और अप्रूवल लेने की कोशिश करेंगे।
आपको बता दें कि इससे पहले भी 10 टीमों के बीच आईपीएल का आयोजन हो चुका है। 2011 के सीजन में 10 टीमों के बीच आईपीएल खेला गया था। उस सीजन पुणे वॉरियर्स इंडिया और कोच्चि टस्कर्स की टीमों ने हिस्सा लिया था। हालांकि ये करार ज्यादा दिन तक नहीं चला। कोच्चि को उसी सीजन के बाद टर्मिनेट कर दिया गया, जबकि पुणे वॉरियर्स की टीम ने 2013 तक खेला।
अहमदाबाद के अदानी ग्रुप ने एक बार फिर आईपीएल फ्रेंचाइजी में इच्छा जताई है। 2011 में वो नीलामी प्रक्रिया में टीम हासिल नहीं कर पाए थे लेकिन अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम बनने के बाद उन्होंने एक बार फिर आईपीएल टीम हासिल करने में दिलचस्पी दिखाई है। इसके अलावा दो साल तक राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स को चलाने वाले आरपी संजीव गोयनका ग्रुप ने भी एक बार फिर आईपीएल टीम खरीदने की इच्छा जाहिर की है। अगर ये दोनों डील सफल रही और अप्रूवल मिल गया तो अगले सीजन से एक बार फिर फैंस को 10 टीमों के बीच आईपीएल देखने को मिल सकता है।
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अगला आईपीएल सीजन सिर्फ 4 ही महीने दूर है, ऐसे में देखने वाली बात ये होगी कि इतने कम समय में बीसीसीआई दो नई टीमों को जोड़ पाता है या नहीं। अगर जनरल बॉडी से इसको अप्रूवल मिल गया तो फिर इस दिशा में ये एक बड़ा कदम होगा।
आईपीएल में 10 टीमें होने से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर भी पड़ेगा असर
अगर आईपीएल में दो और नई टीमें जुड़ीं तो निश्चित तौर पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट पर भी इसका असर पड़ेगा। दो नई टीमों के आने से कई सारे और खिलाड़ी भी आईपीएल का हिस्सा होंगे और उनको खेलने का मौका मिलेगा। वहीं आईपीएल के मैचों के संख्या में भी बढ़ोत्तरी होगी, इससे इंटरनेशनल मैचों के शेड्यूल में भी बदलाव करना पड़ सकता है। आमतौर पर जब आईपीएल का आयोजन होता है तब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट लगभग नहीं होते हैं।
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