इंग्लैंड (England Cricket Team) को राजकोट में संपन्न तीसरे टेस्ट के चौथे दिन भारत (India Cricket Team) के हाथों 434 रन की शर्मनाक शिकस्त सहनी पड़ी। भारत द्वारा मिले 577 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लिश टीम केवल 122 रन पर ऑलआउट हो गई।
इंग्लैंड की दूसरी पारी में शुरुआत खराब रही जब दोनों ओपनर्स जैक क्रॉली और बेन डकेट 9 ओवर के अंदर पवेलियन लौट गए। बेन डकेट दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हुए जबकि जैक क्रॉली विवादित तरीके से एलबीडब्ल्यू आउट हुए।
जसप्रीत बुमराह की इनस्विंग गेंद सीधे क्रॉली के पैड पर जाकर लगी। अंपायर जोएल विल्सन ने क्रॉली को आउट करार दिया, लेकिन बल्लेबाज ने डीआरएस की सहायता लेने में वक्त नहीं लगाया। रीप्ले के दौरान नजर आया कि गेंद लेग स्टंप ऊपरी हिस्से से जा रही थी और अंपायर कॉल के कारण इंग्लिश ओपनर को आउट होकर पवेलियन जाना पड़ा।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स इस फैसले से हैरान हुए और उन्होंने खुलासा किया कि मैच रेफरी जैफ क्रो से इस बारे में लंबी बातचीत की। टॉकस्पोर्ट से बातचीत में स्टोक्स ने बताया कि वो निराश थे और कहा कि गेंद स्टंप्स पर नहीं लग रही थी। इस तरह स्टोक्स ने संकेत दिए कि वो डीआरएस के फैसले से खुश नहीं थे।
बेन स्टोक्स ने कहा, 'हां, जैक क्रॉली के डीआरएस के बारे में मैच रेफरी से बातचीत की। जैफ क्रो ने बताया कि कैसे क्रॉली को आउट दिया गया जबकि डीआरएस में नजर आ रहा था कि गेंद स्टंप्स पर नहीं लग रही है। रीप्ले में गेंद स्टंप्स पर नहीं लग रही थी। वहां आंकड़े कह रहे हैं कि गेंद स्टंप पर लग रही थी, लेकिन फोटो गलत थी। तो मुझे असल में समझ नहीं आया कि वहां हुआ क्या।'
इंग्लैंड के कप्तान से डीआरएस फैसले पर अपने विचार रखने को कहा गया। स्टोक्स ने कहा कि अगर मैच ऑफिशियल्स कह रहे हैं कि कुछ गलत हुआ है तो जरूर हुआ होगा। इंग्लिश कप्तान ने कहा, 'मेरे ख्याल से जिम्मेदार लोगों ने कहा कि कुछ गलत हुआ तो यह अपने आप में पर्याप्त है।'
याद दिला दें कि वाइजैग टेस्ट के बाद भी इंग्लिश कप्तान ने डीआरएस पर भड़ास निकाली थी। तब कुलदीप यादव की गेंद पर जैक क्रॉली को एलबीडब्ल्यू आउट दिया गया थ। रीप्ले में दिखा कि क्रॉली जब कुलदीप की गेंद का सामना कर रहे थे तब तीनों स्टंप्स दिख रहे थे, लेकिन तब भी गेंद किसी तरह स्टंप्स पर जाकर लग रही थी।
स्टोक्स ने सीरीज में पहले कहा था, 'गेम में तकनीक है। यह कभी भी 100 प्रतिशत सही नहीं हो सकती और इसलिए अंपायर्स कॉल को रखा गया है। जब तकनीक 100 प्रतिशत सही नहीं है, तो मुझे नहीं लगता कि यह कहना गलत है कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण ऐसा हुआ। यह मेरा विचार है। मगर एक खेल, जिसमें अगर, लेकिन और शायद का महत्व ज्यादा हो तो मैं यह नहीं कह सकता कि हमें वो नतीजा क्यों नहीं मिलता, जो हम चाहते हैं? मैं बस इतना कह सकता हूं कि यह फैसला मौके पर गलत दिया गया और मेरे ख्याल से यह कहना सही होगा।'