Why bollywood star Saif Ali Khan can't become cricketer: बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता सैफ अली खान का नाम इस समय सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल सैफ अली खान पर हमला हुआ है। रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार सुबह सैफ के घर में चोर घुस गया था और उसने उनके ऊपर हमला कर दिया। इसमें उनकी गर्दन और शरीर पर गंभीर चोटे आई हैं, जिसके चलते उन्हें मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। सैफ बॉलीवुड एक्टर होने के साथ-साथ एक क्रिकेट टीम के मालिक भी हैं। सैफ की टीम टाइगर्स ऑफ कोलकाता है। यह इंडियन स्ट्रीट प्रीमियर लीग में खेलती है।
मशहूर एक्टर सैफ अली खान आज फिल्मों की दुनिया में हैं। लेकिन कभी वो भी क्रिकेट खेला करते थे। लेकिन सैफ अली खान क्रिकेट में अपना करियर नहीं बना सके हैं। जबकि सैफ अली खान के पिता मंसूर अली खान पटौदी भारतीय टीम के कप्तान रह चुके हैं। वहीं, दादा इफ्तिखार अली खान पटौदी भी टीम इंडिया की कमान संभाल चुके हैं। आप सोच रहे होंगे घर में दो-दो क्रिकेटर होने के बावजूद सैफ अली खान क्रिकेट में अपना करियर क्यों नहीं बना सके। आपको बताते हैं इसके पीछे की वजह।
क्रिकेटर के परिवार से हैं सैफ अली खान
गौरतलब है बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता सैफ अली खान क्रिकेट परिवार से ताल्लुकात रखते हैं। सैफ अली खाने के पिता मंसूर अली खान पटौदी और दादा दोनों ही भारतीय क्रिकेट टीम से जुड़े हुए हैं। सैफ अली खान के पिता और दादा दोनों ही भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं। लेकिन सैफ क्रिकेट में अपना भविष्य नहीं बना सके।
दरअसल सैफ के पिता मंसूर अली खान पटौदी ने बॉलीवुड एक्ट्रेस शर्मिला टैगौर से शादी की थी, जिससे मंसूर पटौदी खान का रिश्ता क्रिकेट के साथ-साथ बॉलीवुड से भी जुड़ गया। सैफ अली खान ने अपनी मां की तरह बॉलीवुड में अपना करियर बनाया। लेकिन सैफ अली खान अभिनेता बनने से पहले क्रिकेटर बनना चाहते थे। लेकिन सिर्फ एक चीज की वजह से वह क्रिकेट में अपना करियर नहीं बना सके और उन्होंने क्रिकेटर बनने का सपना छोड़ दिया।
इस वजह से क्रिकेटर नहीं बन सके सैफ अली खान
सैफ अली खान ने एक इंटरव्यू में बताया था कि क्रिकेट मेरे खून में है, मेरे घर से दो-दो लोगों ने भारतीय क्रिकेट टीम मे खेला है। इसे मेरे घर में धर्म की तरह माना जाता था। मेरे पिता और दादा दोनों ने भारतीय टीम कप्तानी भी की। मैंने भी क्रिकेट खेला लेकिन ये एक बहुत ही मेंटल गेम है। इसमें धैर्य, सयंम और टाइमिंग की जरूरत होती है। मेरे अंदर धैर्य की बहुत कमी है। इसलिए मैं इसे ज्यादा नहीं खेल सका और इस खेल में करियर बनने से पहले ही बर्बाद हो गया। आप इस खेल को तभी खेल सकते हैं जब आपके अंदर धैर्य हो।