भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज के दूसरे टेस्ट के बाद दोनों ही टीमों को एक सप्ताह से भी अधिक समय आराम करने का मौका मिला। अपने-अपने तरीके से इस समय का उपयोग करने के बाद दोनों ही टीमों के खिलाड़ी गुरुवार को एक बार फिर आमने-सामने होंगे। बेंगलुरु में खेले गए दूसरे टेस्ट के बाद काफी घटनाएं घटित हुई थी, इनमें डीआरएस विवाद मुख्य रहा। इसके बाद कोहली-स्मिथ विवाद और बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की मीटिंग में मामले को सुलझाने सहित कई चीजें एक साथ देखने को मिली। लेकिन सब बातों को भूलाकर दोनों टीमों का ध्यान 16 मार्च को रांची के झारखण्ड क्रिकेट संघ मैदान पर होने वाले तीसरे टेस्ट पर है। दोनों टीमें सीरीज में अब तक 1-1 मैच जीतकर बराबरी पर है। ऑस्ट्रेलिया को इस बीच दो झटकों से भी गुजरना पड़ा है, जब बेंगलुरु टेस्ट के बाद उनके मुख्य हथियार मिचेल स्टार्क और ऑलराउंडर मिचेल मार्श को चोटिल होकर सीरीज से बाहर होना पड़ा। स्टार्क की जगह भरने के लिए ऑस्ट्रेलिया ने लम्बे समय बाद अपने तेज गेंदबाज पैट कमिन्स को वापस बुलाया। कमिन्स ने मौजूदा शेफील्ड शिल्ड टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन की बदौलत टीम में जगह बनाई है। दूसरी तरफ बचे हुए दो टेस्ट मैचों के लिए भारतीय टीम में हार्दिक पांड्या के अलावा वही टीम चुनी गई। इसके बाद अब 15 की जगह 14 सदस्य ही टीम में हैं। इन सभी चीजों के दौरान रविन्द्र जडेजा टेस्ट में नम्बर एक के पायदान पर चढ़ने में कामयाब रहे। वे अपने साथी स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ संयुक्त रूप से इस रैंकिंग पर हैं। दूसरे टेस्ट में कंधे की चोट के बाद बाहर हुए मुरली विजय टीम का हिस्सा हैं। जहां तक पिच की बात है, तो पुणे टेस्ट की पिच को आईसीसी ने 'ख़राब' बताया था, वहीँ बेंगलुरु टेस्ट की पिच को भी औसत से नीचे रेट किया गया था। तीसरे टेस्ट की पिच को लेकर ऐसी भी अफवाहें आई थी कि कोहली को तीन में से एक पिच चुनने का अधिकार दिया गया है। बाद में पिच क्यूरेटर ने आगे आकर सभी बातों को ख़ारिज कर दिया था। उनका दावा यह भी था कि वे ऐसी पिच तैयार करेंगे जो पाँचों दिन चल सके. हालांकि यह तो साफ़ है कि रांची की पिच स्पिनरों को मददगार होती है। टॉस एक अहम कड़ी होगी और अनुमान है कि चौथी पारी में स्पिनर बल्लेबाजों को ख़ासा परेशान करेंगे। जैसा भी हो इन्तजार समाप्त हो चूका है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे मैच में अगर ऑस्ट्रेलिया जीतता है, तो वे ट्रॉफी की दौड़ में बरक़रार रहेंगे, वहीँ अगर भारत जीत जाता है, तो धर्मशाला में होने वाला चौथा टेस्ट निर्णायक रहेगा। भारतीय टीम के लिए अब तक कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी परेशानी का विषय रही है, जहां उन्होंने चार पारियों में 0, 13, 12 और 15 रन बनाए हैं लेकिन ऐसा नहीं कहा जा सकता कि वे फॉर्म में नहीं है। पिछले वर्ष उन्होंने चार दोहरे शतक जड़े हैं। दूसरी तरह ऑस्ट्रेलिया ने मिचेल स्टार्क की जगह पैट कमिन्स को टीम में शामिल किया है, उन्हें मैच विनर खिलाड़ी मानते हुए जैक्सन बर्ड पर तरजीह दी गई है। छह वर्ष तक टेस्ट क्रिकेट से दूर रहने वाले कमिन्स को टीम में लेना जुआ खेलने जैसा होगा, लेकिन अगर वे अच्छे प्रदर्शन से टीम को मैच जिताते हैं तो उनके और टीम के लिए सोने पर सुहागा होगा। टीमों की जानकारी बेंगलुरु टेस्ट में कंधे की चोट के बाद टीम से बाहर रहने वाले मुरली विजय रांची टेस्ट में भारतीय टीम की अंतिम एकादश का हिस्सा हो सकते हैं। भारत (संभावित एकादश)- केएल राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, करुण नायर, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, रविन्द्र जडेजा, इशांत शर्मा और उमेश यादव। ऑस्ट्रेलिया ने मिचेल स्टार्क की जगह पैट कमिन्स को लिया है लेकिन नम्बर 6 पर मिचेल मार्श की जगह इस टीम में स्टोइनिस, मैक्सवेल, ख्वाजा और एशटन एगर में से किसे लिया जाता है यह देखने वाली बात होगी। इसका खुलासा मैच की सुबह ही हो पाएगा। ऑस्ट्रेलिया (संभावित एकादश)- डेविड वार्नर, मैट रेनशॉ, स्टीव स्मिथ (कप्तान), शॉन मार्श, पीटर हैंड्सकॉम्ब, ग्लेन मैक्सवेल या मार्कस स्टोइनिस या उस्मान ख्वाजा अथवा एशटॉन एगर, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), स्टीव ओ'कीफ, पैट कमिन्स, नाथन लायन और जोश हेजलवुड।