भारतीय टेस्ट टीम के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने अपनी धीमी बल्लेबाजी को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि वो दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए नहीं खेलते हैं। उनका काम है टीम को जिताना और अपनी बल्लेबाजी से वो टीम को जिताने की कोशिश करते हैं, चाहे वो भारतीय टीम के लिए खेल रहे हों या फिर सौराष्ट्र की टीम के लिए खेल रहे हों।
पुजारा ने इंडियन एक्सप्रेस से खास बातचीत में कहा कि आप सोशल मीडिया की वजह से उस तरह की बल्लेबाजी नहीं कर सकते हैं। उनमें से अधिकांश लोगों को मेरे गेम के पारे में जानकारी नहीं है और ना ही उन्हें टेस्ट क्रिकेट की समझ है, क्योंकि वो सीमित ओवरों की क्रिकेट ज्यादा देखते हैं। पुजारा ने कहा कि लोगों की प्रतिक्रिया ऐसी रहती है ' यार वो बहुत बोर कर रहा है, कितना बॉल खेल रहा है"।
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पुजारा ने आगे कहा कि मेरा उद्देश्य किसी को एंटरटेन करना नहीं है। मेरा पहला लक्ष्य सिर्फ मैच जीतना होता है। जरुरत के हिसाब से किसी दिन मैं तेज बल्लेबाजी करता हूं और किसी दिन धीमी बल्लेबाजी करता हूं। मैं क्रिकेट लवर्स और क्राउड का सम्मान करता हूं। मैं ऐसा प्लेयर नहीं हूं जो लंबे-लंबे छक्के लगा सकता हूं। मैं सोशल मीडिया से बचने की कोशिश करता हूं। पुजारा ने कहा कि जब मैं खेल रहा होता हूं तो सोशल मीडिया को फॉलो नहीं करता।
पुजारा ने आगे कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बाद चीजें बदलनी शुरु हुईं। एक दिन मुंबई में मैं डिनर कर रहा था, तभी वहां एक बुजुर्ग दंपति आए और बोले कि सुनील गावस्कर और गुंडप्पा विश्वनाथ के बाद वो टेस्ट मैच सिर्फ मेरी वजह से देखते हैं। चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि ऐसा नहीं है कि मैं छोटे फॉर्मेट में नहीं खेल सकता। बहुत से लोगों ने मुझे टीवी पर सफेद गेंद से खेलते हुए नहीं देखा है, इसलिए वो नहीं जानते हैं। मुझे पता है कि मैं थोड़ा समय लेता हूं लेकिन मुझे यही चीज सिखाई गई है।