ऑस्ट्रेलिया (Australia) के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क (Michael Clarke) ने भारत के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा की भरपूर तारीफ की और उनकी तुलना राहुल द्रविड़ से की। स्पोर्ट्स टुडे के साथ एक साक्षात्कार में माइकल क्लार्क ने कहा कि क्रिकेट की दुनिया में अभी भी पुजारा जैसे खिलाड़ियों के लिए एक भूमिका है। माइकल क्लार्क ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा जैसे बल्लेबाज को आउट करना मुश्किल काम है।
माइकल क्लार्क ने कहा कि वह फिर से राहुल द्रविड़ हैं। क्या वह नहीं है? खैर, मैं भाग्यशाली था कि मैं महान दीवार के खिलाफ खेल पाया। पुजारा के खेल में भी समान हिस्सा है। वह बहुत कठिन है, उन्होंने आलोचना का सामना किया है, लोग कह रहे थे कि कमिंस के पास उनका तोड़ था लेकिन वे उसे निकाल नहीं सकते थे। उन्होंने सब कुछ सहन किया लेकिन अपना खेल नहीं बदला और यही कारण है कि वह पूरे क्रेडिट के हकदार हैं।
माइकल क्लार्क का पूरा बयान
माइकल क्लार्क ने कहा कि वह अहम नम्बर पर क्यों बल्लेबाजी करते हैं? खिलाड़ी उन्हें हल्के में नहीं लेते। वे पुजारा को टीम में रखना पसंद करते हैं। जिस क्रिकेटिंग वर्ल्ड में सभी चौके और छक्कों पर फोकस करते हैं, उसमें वे जानते हैं कि पुजारा की अहमियत क्या है? पुजारा के लिए अब भी एक भूमिका है। उन्होंने न केवल गाबा में सफलता के लिए एक भूमिका निभाई बल्कि इन परिस्थितियों में भारत की सफलता के लिए भूमिका निभाई।
गौरतलब है कि पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हर पारी में टिककर खेलने का प्रयास करते हुए उनके गेंदबाजों को भरपूर थकाया। उनके इस रवैये के कारण भारतीय टीम को भी फायदा हुआ। सिडनी टेस्ट के ड्रॉ और ब्रिस्बेन टेस्ट मैच की जीत में पुजारा की धीमी पारी ने एक बड़ा किरदार निभाया। यही कारण है कि उनके खेल की अब हर जगह प्रशंसा देखने को मिल रही है।