चेतेश्वर पुजारा ने राहुल द्रविड़ की जमकर तारीफ की है। चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि राह्हुल द्रविड़ खिलाड़ी की मानसिक स्थिति को समझकर उस हिसाब से ही मदद भी करते हैं। चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि राहुल द्रविड़ ने मुझे भी काफी चीजें बताई है। मेरे समय में उनका स्तर काफी ऊँचा था और उनमें खिलाड़ी को समझने की काबिलियत है।
क्रिकइन्फो से बातचीत में चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि तकनीक को लेकर ज्यादा नहीं जानता था तब राहुल द्रविड़ ने मेरी मदद की थी। आगे पुजारा ने कहा कि मेरी उम्र उस समय कम थी और मुझे समझकर द्रविड़ ने मेरी मदद की थी। उन्होंने मुझे तकनीक की जानकारी दी और मैं भी यही करना चाहता था।
यह भी पढ़ें: क्रिकेट में सबसे लम्बा छक्का लगाने वाले 3 बल्लेबाज
चेतेश्वर पुजारा हैं द्रविड़ के फैन
चेतेश्वर पुजारा ने खुलासा किया कि वे राहुल द्रविड़ के फैन हैं और वे 13 साल की उम्र से ही उन्हें देखते आ रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि राहुल भाई जब तक क्रीज पर होते थे तब उनका विकेट लेना गेंदबाजों के लिए मुश्किल कार्य होता था। भारतीय टीम को आउट करने के लिए राहुल द्रविड़ को भी आउट करना होता था लेकिन विपक्षी टीम ऐसा नहीं कर पाती थी।
गौरतलब है कि राहुल द्रविड़ ऐसे खिलाड़ी थे जो क्रीज पर टिकने के बाद आउट नहीं होते थे। गेंदबाजों के सामने उन्हें आउट करने की बड़ी चुनौती रहती थी। वे संयम और एकाग्रता के साथ लम्बे समय तक टिकाकर टेस्ट मैच में भारतीय टीम की स्थिति मजबूत करते थे। सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण के अलावा सौरव गांगुली के साथ भी उनकी यादगार साझेदारियां हैं। उनका ध्यान सिर्फ तकनीक पर ही होता था तथा खराब गेंद का इंतजार करते हुए खेलना उनका मूल सिद्धांत रहता था। यही वजह है कि दिग्गज गेंदबाज भी उन्हें हमेशा मुश्किल बताते हैं।
राहुल द्रविड़ की तरह चेतेश्वर पुजारा भी तकनीक पर ही ज्यादा ध्यान देते हैं। पुजारा को भारतीय टीम की नई दीवार कहा जाता है। वे भी क्रीज पर टिककर खराब गेंदों को सीमा रेखा से बाहर भेजने में यकीन रखते हैं। उन्हें आउट करना भी गेंदबाजों के लिए मुश्किल काम होता है।