ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज क्रिस लिन को लगता है कि इस साल अक्टूबर में होने वाले टी20 विश्व कप का आयोजन अपने तय कार्यक्रम के अनुसार नहीं होना चाहिए, क्योंकि अगर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इस टूर्नामेंट का आयोजन हुआ तो कोरोना वायरस महामारी के कारण आने वाली टीमों के लिए सामान की व्यवस्था करना एक बुरे सपने जैसा होगा। 'फॉक्स स्पोर्ट्स' से बात करते हुए, 30 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कहा कि प्रशासक संकट की भयावहता को स्वीकार करते हुए लोगों के लिए अच्छा काम करेगा। बता दें, अब तक कोरोना वायरस महामारी के कारण दो लाख से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
'फॉक्स स्पोर्ट्स' से बात करते हुए इस खिलाड़ी ने कहा, 'मेरा निजी नजरिया है कि टी20 विश्व कप का आयोजन नहीं होना चाहिए।' टी20 विश्व कप का आयोजन अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में होना है, लेकिन कोरोना वायरस महामारी के कारण इस टूर्नामेंट को लेकर अभी तक स्थिति साफ नहीं हुई है। माना जा रहा है कि आईसीसी इस टूर्नामेंट को आगे के लिए टाल सकती है। लिन ने कहा,'बेशक हम प्रार्थना कर रहे हैं कि इसका आयोजन हो लेकिन हमें उसका सामना करना होगा जो हमारे सामने होगा।'
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उन्होंने आगे कहा,'दुनिया भर से यहां टीमों को बुलाना बुरे सपने की तरह हो सकता है। होटल, यात्रा, टूर्नामेंट की शुरुआत से पहले हफ्तों तक टीमों को होटल में रखना, ये चीजें काफी मुश्किल हो सकती हैं।'
कोरोना वायरस के कारण क्रिकेट ऑस्ट्रेलियाई को बड़ा आर्थिक नुकसान होने की खबर है। इस नुकसान का असर खिलाड़ियों और बोर्ड स्टाफ की सैलरी पर भी पड़ने वाला है। वहीं लिन ने इस बारे में कहा,'किसी को भी वेतन में कटौती पसंद नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि खेल की बेहतरी के लिए आपको वास्तविकता का सामना करना पड़ेगा।'