पाकिस्तान टीम को जबसे भारत के खिलाफ एशिया कप के मुकाबले में 228 रनों से बुरी तरह हार मिली है, तबसे उनके कप्तान बाबर आजम के ऊपर काफी सवाल उठाए जा रहे हैं। हर कोई बाबर आजम की कप्तानी पर सवाल उठा रहा है। हालांकि पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर यासिर अराफात का कहना है कि इसमें बाबर आजम की नहीं बल्कि कोचिंग स्टाफ की गलती है।
भारतीय टीम ने कोलंबो में खेले गए एशिया कप के सुपर-4 मुकाबले में पाकिस्तान को 228 रनों से बुरी तरह हरा दिया। पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में 2 विकेट के नुकसान पर 356 रन बनाए लेकिन जवाब में पाकिस्तान की टीम 128 रन ही बना पाई और उन्हें बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा। भारत के खिलाफ पाकिस्तान की वनडे क्रिकेट में ये अब तक की सबसे बड़ी हार है।
प्लानिंग करने की जिम्मेदारी कोचिंग स्टाफ की होती है - यासिर अराफात
इस हार के बाद से लगातार बाबर आजम की कप्तानी पर सवाल उठ रहे हैं कि उन्होंने टॉस जीतकर फील्डिंग करने का फैसला ले लिया और अटैकिंग फील्ड नहीं लगाई। हालांकि यासिर अराफात ने बाबर आजम का बचाव किया है और कोच को लताड़ लगाई है। उन्होंने जियो न्यूज पर बातचीत के दौरान कहा,
हम सबको पता है कि बाबर आजम नैचुरल लीडर नहीं हैं। वो तीनों फॉर्मेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे और इसी वजह से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने उनके ऊपर निवेश किया और उन्हें कप्तान बनाया। बाबर आजम से जो उम्मीदें लगाई गई थीं उस पर वो खरे नहीं उतर सके। हालांकि मैं यहां पर बाबर आजम नहीं बल्कि कोचिंग स्टाफ को कसूरवार ठहराउंगा। प्रेशर में कोचिंग स्टाफ को प्लान बनाकर देना चाहिए। टीम सेलेक्शन से लेकर बैटिंग पोजिशन, बॉलिंग पोजिशन ये सब कोचिंग स्टाफ की जिम्मेदारी होनी चाहिए। टीम के पास एक अच्छा हेड कोच होना चाहिए।