#2. मर्व ह्यूज:
1980 के दशक के उत्तरार्ध और 1990 के दशक की शुरुआत में मर्व ह्यूज ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख तेज गेंदबाज हुआ करते थे। उन्होंने साल 1985 में भारत के खिलाफ अपना डेब्यू किया लेकिन गेंदबाजी करते हुए काफी मंहगे साबित हुए।
इसके बाद उन्हें एशेज सीरीज के लिए चयनित किया गया, जहां उन्होंने अपने शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन से आलोचकों को कड़ा जवाब दिया। भले ही वे दोनों प्रारूपों में एक अच्छे गेंदबाज थे लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें टेस्ट मैच विशेषज्ञ के रूप में देखा। सीमित अवसर के साथ, मर्व ह्यूज ने कुल 33 वनडे मैच खेले और कुल 38 विकेट अपने नाम किए।
वर्ल्ड कप 1992 में उन्हें ऑस्ट्रेलिया टीम में रिजर्व गेंदबाज के रूप में शामिल किया गया। उन्होंने भारत के खिलाफ एक मैच खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने 9 ओवरों में 49 रन देकर एक विकेट झटका। खराब गेंदबाजी के कारण उन्हें फिर मौका नहीं मिल पाया।