Cricketer Mental Health Issues: हाल ही में क्रिकेट जगत में तब हड़कंप मच गया था जब इंग्लैंड के बड़े खिलाड़ी ग्राहम थोरपे की अचानक मौत की खबर सामने आई थी। इस खबर से हर कोई हैरान रह गया था। वहीं मौत के कुछ दिन बाद इस बात की पुष्टि हुई कि ग्राहम थोरपे की आकस्मित मौत नहीं हुई थी बल्कि उन्होंने खुदकुशी थी। वह डिप्रेशन से जूझ रहे थे। ऐसे में मन में विचार आता है कि क्या डिप्रेशन इतनी बड़ी बीमारी है कि उससे उबरा ना जा सके और परेशान होकर आत्महत्या कर ली जाए।
इंसान कभी- कभी शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से बीमार हो जाता है लेकिन इसे वक्त रहते सही भी किया जा सकता है। क्रिकेट जगत के महान क्रिकेटर विराट कोहली, सचिन तेंदुलकर और ग्लेन मैक्सवेल जैसे दिग्गज और कामयाब क्रिकेटर भी मेंटल हेल्थ से जूझ चुके हैं। जिसकी वजह से उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक भी ले लिया था और आज एकदम स्वस्थ फिट हैं।
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्टोक्स
इंग्लैंड के टेस्ट टीम के कप्तान बेन स्टोक्स हाल ही में दो-तीन साल पहले डिप्रेशन झेल चुके हैं। उन्होंने इसके चलते 2021 में छह महीने का ब्रेक भी लिया था। एक पॉडकास्ट के दौरान उन्होंने खुद खुलासा किया था कि उन्हें पैनिक अटैक आते रहे हैं और वह एंग्जायटी की दवाइयां लेते हैं।
ग्लेन मैक्सवेल
ऑस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल भी डिप्रेशन में रह चुके हैं। जिसकी वजह से उन्होंने 2019 में क्रिकेट से ब्रेक तक ले लिया था। उन्होंने भी कई बार इसकी चर्चा इंटरव्यूज में की। मगर आज वह ऑस्ट्रेलिया के एक बड़े खिलाड़ी के रूप में जाने जाते हैं।
भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली
विराट कोहली ने 2019 में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया था, कि मैं 2014 में उम्मीद के मुताबिक रन नहीं बना पा रहा था। जिसकी वजह से ‘मैं मानसिक तौर से अस्वस्थ था और मैं उन दिनों क्रिकेट से दूर जाना चाह रहा था।’ हालांकि, उन्होंने ऐसा नहीं किया और बाद में सब ठीक हो गया। हाल ही में 2022 टी20 वर्ल्ड कप और एशिया कप से पहले भी विराट कोहली बुरे समय से गुजर रहे थे। उस वक्त भी उन्होंने क्रिकेट से दूरी बना ली थी।
मास्टर- ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर
क्रिकेट के मास्टर- ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर भी एंग्जायटी से जूझ चुके हैं। सचिन तेंदुलकर खुद बताते हैं कि 10-12 साल तक ऐसा वक्त रहा जब मैच से पहले वाली रात उन्हें नींद नहीं आती थी।
जोनाथन ट्रॉट
इंग्लैंड के जोनाथन ट्रॉट अपने करियर के पीक प्वाइंट में अपनी खराब मेंटल हेल्थ की वजह क्रिकेट से दूर ही हो गए थे। वह भी तब, जब वे करियर के पीक पर थे। आज वह अफगानिस्तान के एक सफल कोच के रूप में खुद को साबित कर रहे हैं।