ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket Team) के ग्लेन मैक्सवेल (Glenn Maxwell) ने मंगलवार को एक ऐसी पारी खेली, जिसे क्रिकेट के इतिहास में सालों-साल तक याद रखा जाएगा। ग्लेन मैक्सवेल वनडे क्रिकेट में रनों का पीछा करते हुए दोहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं।
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में अफगानिस्तान के खिलाफ खेले गए मैच में ग्लेन मैक्सवेल ने चोटिल होने के बावजूद अकेले दम पर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिला दी और टीम को वर्ल्ड कप 2023 के सेमीफाइनल में पहुंचा दिया। मैक्सवेल की यह पारी रनों का पीछा करते हुए सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी बन गई है।
ग्लेन मैक्सवेल ने रनों का पीछा करते हुए खेली सबसे बड़ी पारी
अफगानिस्तान द्वारा दिए गए 292 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए मैक्सवेल ने सिर्फ 128 गेंदों में 201 रनों की नाबाद पारी खेली, जिसमें उन्होंने 21 चौके और 10 छक्के लगाए। इस तरह उन्होंने वनडे मैच की दूसरी पारी में सबसे बड़े व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड बनाया।
इससे पहले यह रिकॉर्ड पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज फख़र जमान के नाम था। फख़र ने 2021 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जोहान्सबर्ग में 342 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 155 गेंदों में 193 रनों की पारी खेली थी।
इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर ऑस्ट्रेलिया के ही पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन का नाम मौजूद है। उन्होंने 2011 में बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए एक वनडे मैच में सिर्फ 230 रनों का पीछा करते हुए मात्र 96 गेंदों में नाबाद 185 रनों की नाबाद ताबड़तोड़ पारी खेली थी, जो ऑस्ट्रेलिया की तरफ से किसी भी बल्लेबाज का सबसे बड़ा वनडे में व्यक्तिगत स्कोर भी था।
बहरहाल, इस तीनों पारियों में ग्लेन मैक्सवेल की पारी सबसे खास है, क्योंकि बाकी दोनों बल्लेबाजों ने बतौर ओपनर वो पारियां खेली थी, वहीं मैक्सवेल ने नंबर 6 पर आकर उस स्थिति में दोहरा शतक लगाया, जब उनकी टीम महज 91 रनों पर 7 विकेट गंवा चुकी थी और हार की कगार पर खड़ी थी।