दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन का मानना है कि उन्होंने सचिन तेंदुलकर को उनके दोहरे शतक से पहले ही आउट कर दिया था, लेकिन अंपायर ईयन गूल्ड ने फैंस के डर से उन्हें आउट नहीं दिया था। सचिन तेंदुलकर ने 24 फरवरी 2010 को वनडे क्रिकेट में पहली बार दोहरा शतक जड़ा था।
डेल स्टेन ने स्काई स्पोर्ट्स के साथ बातचीत के दौरान कहा,
"सचिन तेंदुलकर ने पहला दोहरा शतक हमारे खिलाफ गवालियर में लगाया था और मुझे वो मैच याद है। मुझे अभी भी लगता है कि जब वो 190+ पर खेल रहे थे, तो मैंने उन्हें लेग बिफोर विकेट आउट कर दिया था, लेकिन अंपायर ऊयन गूल्ड ने उन्हें आउट नहीं दिया था। मैंने उनसे पूछा था कि आपने आउट क्यों नहीं दिया, इसका जवाब में गूल्ड ने कहा था कि अगर वो आउट देते, तो होटल नहीं जा पाते।"
सचिन तेंदुलकर वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले पहले खिलाड़ी थे
मेंस क्रिकेट में पहला दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ही लगाया था। सचिन तेंदुलकर ने गवालियर में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में 147 गेंदों में 25 चौके और 3 छक्कों की मदद से नाबाद रहते हुए 200 रन बनाए थे। तेंदुलकर के दोहरे शतक की बदौलत भारत ने 401-3 का विशाल स्कोर खड़ा किया, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 43वें ओवर में 248 रनों पर ढेर हो गई। भारत ने उस मैच में दक्षिण अफ्रीका में 153 रनों के बड़े अंतर से हराया था।
हालांकि डेल स्टेन के इस खुलासे ने जरूर सभी को हैरान कर दिया है, क्योंकि पिछले 10 सालों में इसके बारे में ज्यादा कुछ सुनने को नहीं मिला है। इसके अलावा मैच के स्कोरकार्ड पर नजर डालें तो सचिन ने 190 का स्कोर पार करने के बाद स्टेन की सिर्फ तीन गेंद खेली और वो सब बल्ले से ही खेली गई थी। इसी वजह से देखना होगा कि डेल स्टेन के इस दावे को लेकर सचिन तेंदुलकर या फिर अंपायर ईयन गूल्ड कुछ जवाब देते है या नहीं।
डेल स्टेन ने इसके अलावा यह भी कहा कि सचिन तेंदुलकर को गेंद करना कभी भी आसान नहीं होता और कभी भी आप उन्हें खराब गेंद नहीं डालना चाहते हैं।
सचिन तेंदुलकर के बाद वनडे में वीरेंदर सहवाग, रोहित शर्मा (3), क्रिस गेल, मार्टिन गप्टिल और फखर जमान ने भी दोहरा शतक लगाया है।
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