इंग्लैंड (England Cricket team) के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज डान लॉरेंस (Dan Lawrence) का मानना है कि टीम के युवा बल्लेबाजों को एशेज सीरीज (Ashes Series) में जिम्मेदारी उठाना होगी और वह अपने कम अनुभव का लंबे समय तक बहाना नहीं बना सकते हैं।
इंग्लैंड की टीम ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पांच टेस्ट खेलने के लिए जाएगी, जहां 2015 के बाद उन्हें पहली बार एशेज सीरीज जीतने की उम्मीद होगी।
इंग्लैंड के कोच क्रिस सिल्वरवुड ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए डान लॉरेंस को विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में चुना है। 24 साल के लॉरेंस पांच प्रमुख बल्लेबाजों में से एक हैं, जिसमें जो रूट, हसीब हमीद, जैक क्रॉली और डेविड मलान शामिल हैं।
डान लॉरेंस का मानना है कि इंग्लैंड में काफी क्षमता है। हालांकि, जो रूट को छोड़कर हाल ही के टेस्ट मैचों में अधिकांश बल्लेबाज रन नहीं बना सके।
लॉरेंस के हवाले से डेली मिरर ने कहा, 'मेरा निश्चित ही मानना है कि इंग्लैंड टीम में बहुत क्षमता है। निश्चित ही जो रूट इस साल के हमारे सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रहे। इसके अलावा रोरी बर्न्स ने भी कुछ मौकों पर दमदार प्रदर्शन किया। मगर हम अगर सभी को देखें तो जानते हैं कि हमने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। यह कोई रॉकेट साइंस नहीं है।'
डान लॉरेंस ने बताया कि रन खिलाड़ियों का स्थान सुरक्षित करेंगे और यह कहना कि अनुभव की कमी है, यह बहाना काम नहीं आएगा। उन्होंने कहा, 'जैक क्रॉली काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में से एक हैं। पोपी, बर्न्स, हसीब और हम जैसे कई शानदार खिलाड़ी हैं।'
उन्होंने आगे कहा, 'अब ऐसी स्थिति है जहां हमें रन बनाने की जरूरत है क्योंकि यही आपकी करेंसी है। यह बात इस जगह पहुंच चुकी है जहां गैर-अनुभवी कहना बहाना नहीं हो सकता। हमें रन बनाना होंगे। अगर हम ऐसा करेंगे तो टीम में रूकेंगे। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो टीम से बाहर रहेंगे।'लॉरेंस का करियर अब तक ज्यादा प्रभावी नहीं रहा है। उन्होंने 8 टेस्ट में तीन अर्धशतक की मदद से 354 रन बनाए हैं।
टेस्ट क्रिकेट में अब तक का सफर काफी निराशाजन रहा: डान लॉरेंस
डान लॉरेंस ने कहा कि उनका टेस्ट प्रदर्शन अब तक उम्मीद के मुताबिक अच्छा नहीं रहा है। वह निरंतर प्रदर्शन करने के लिए संघर्ष करते रहे। हालांकि, लॉरेंस को भरोसा है कि लंबे प्रारूप में सफलता मिलेगी।
लॉरेंस ने कहा, 'अब तक यह बहुत निराशाजनक रहा। श्रीलंका में डेब्यू में कुछ अच्छे प्रदर्शन किए। भारत की मुश्किल परिस्थितियों में सामना किया। मगर फिर भी मैंने निरंतर रूप से बेहतर प्रदर्शन नहीं किया।' एशेज टेस्ट सीरीज 8 दिसंबर से शुरू होगी।