ऑस्ट्रेलियाई टीम के सलामी बल्लेबाज डेविड वॉर्नर (David Warner) को लेकर पूर्व हेड कोच डैरेन लेहमैन ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि डेविड वॉर्नर को एशेज सीरीज के दौरान ओपन नहीं कराना चाहिए। लेहमैन ने इसके पीछे बड़ी वजह बताई है। उन्होंने कहा कि पिछले तीन टूर से इंग्लैंड में डेविड वॉर्नर एक भी शतक नहीं लगा पाए हैं और इसी वजह से उन्हें लोअर ऑर्डर में खिलाना चाहिए।
डेविड वॉर्नर की अगर बात करें तो उनका परफॉर्मेंस इंग्लैंड में ज्यादा अच्छा नहीं रहा है। उन्होंने 13 पारियों में 26.04 की औसत से केवल 651 रन ही बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने सात अर्धशतक लगाए हैं। 2019 के एशेज सीरीज में स्टुअर्ट ब्रॉड ने राउंड द विकेट गेंदबाजी करके उन्हें सात बार आउट किया था। वॉर्नर उस सीरीज में 9.5 की औसत से केवल 95 रन ही बना पाए थे।
डेविड वॉर्नर को लोअर ऑर्डर में बैटिंग करना चाहिए - डैरेन लेहमैन
लेहमैन के मुताबिक अगर वॉर्नर को मौका मिलता है तो उन्हें बैटिंग ऑर्डर में नीचे आना चाहिए और ट्रैविस हेड को टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करनी चाहिए।
उन्होंने कहा 'डेविड वॉर्नर अगर फॉर्म में हैं तो फिर उन्हें कुछ ना कुछ और करना होगा। मुझे दिक्कत इस बात से है कि वो वहां पर तीन बार गए हैं लेकिन एक भी शतक अभी तक नहीं बना पाए हैं। मुझे लगता है कि आखिरी एशेज सीरीज में उन्हें निचले क्रम में बैटिंग करना चाहिए। वो पांचवें या छठे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। ये उनके लिए अलग होगा और वो यहां पर गेंदबाजों को एक्सपोज कर सकते हैं। हमने उनको ओपनर के तौर पर खिलाया है लेकिन अगर वो वहां पर सफल नहीं हैं तो फिर निचले क्रम में बैटिंग कर सकते हैं। आप वॉर्नर की बजाय ट्रैविस हेड से बैटिंग करा सकते हैं। कई बार आपको कुछ अलग हटकर सोचना पड़ता है।'