'पाकिस्तान खेलने जाने वाले खिलाड़ी मुझे पूछते थे कि क्या वहां खेलने जाना चाहिए'

जब पाकिस्तान (Pakistan) में कई टीमें आने से कतराती थी, तब वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान डैरेन सैमी ने पाकिस्तान में फिर से क्रिकेट शुरू करवाने में अपनी अहम भूमिका निभाई। 2009 के आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान में पीएसएल के मैचों के साथ फिर से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का रास्ता साफ़ हुआ। पाकिस्तान में खेलने को लेकर डैरेन सैमी का बड़ा बयान आया है।

सैमी ने विंडीज टीम के पाकिस्तान जाने को लेकर कहा कि मुझे पता नहीं है (वेस्टइंडीज टीम पाकिस्तान का दौरा करेगी), मैंने कैलेंडर की जाँच नहीं की है। मुझे लगता है कि हम पिछले साल से लगभग एक साल पहले वहां जाने वाले थे। मुझे लगता है कि अब टीमें आ रही हैं। मुझे याद है कि हमने पीएसएल के दूसरे सीजन में एक छोटा कदम उठाया और लाहौर में फाइनल में पहुंचे। मुझे लगता है कि यह सही दिशा में एक छोटा कदम था।

डैरेन सैमी का पूरा बयान

पूर्व कैरेबियाई कप्तान ने कहा कि अब हाशिम अमला और मैं बातचीत कर रहे थे और मुझे किसी ने पूछा कि अब और पांच साल पहले में क्या अंतर है। मुझे लगता है कि अब पाकिस्तान में खिलाड़ियों का आना बड़ा अंतर है। पांच साल पहले खिलाड़ी जाते थे, तो पूछते थे कि क्या मुझे वहां जाना चाहिए?

सैमी ने कहा कि पहले खिलाड़ी पाकिस्तान जाने के लिए पूछते थे लेकिब अब उनके सवाल होते हैं कि क्या हम वहां गोल्फ खेल सकते हैं या इन स्थानों पर डिनर के लिए जा सकते हैं? सुरक्षा को लेकर चल रही बातें दिमाग से जा रही है। मुझे लगता है कि यही हम चाहते थे।

गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में पाकिस्तान का दौरा करने वाली टीमों की संख्या बढ़ी है। हालांकि ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, भारत जैसी टीमें वहां नहीं गई है लेकिन अन्य कुछ देशों की टीमों को वहां खेलते हुए देखा गया है।

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Edited by निरंजन