डेविड वॉर्नर (David Warner) ने सनराइजर्स हैदराबाद टीम (SRH) से बाहर किए जाने को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है। वॉर्नर ने कहा है कि बिना किसी गलती के उन्हें ना केवल कप्तानी से हटाया गया बल्कि टीम से भी बाहर कर दिया गया। वॉर्नर के मुताबिक बिना कोई वजह बताए उनसे कप्तानी छीन ली गई थी और इससे उन्हें दुख हुआ था।
डेविड वॉर्नर का परफॉर्मेंस आईपीएल में अच्छा नहीं रहा था। उनका प्रदर्शन इतना खराब था कि उन्हें कप्तानी से भी हटा दिया गया और कुछ मैचों के बाद प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिया गया था। यही नहीं सनराइजर्स हैदराबाद के आखिर के कुछ मैचों में वो टीम के साथ भी नहीं दिखाई दिए। वॉर्नर कुछ मैचों में स्टैंड में बैठकर मैच देखते हुए नजर आए।
हालांकि टी20 वर्ल्ड कप में उन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने सही समय पर अपनी लय पकड़ ली और ऑस्ट्रेलिया को लगातार तीन अहम मुकाबले जिताने में अपना अहम योगदान दिया। सेमीफाइनल और फाइनल में उनकी पारियों को नजरंदाज नहीं किया जा सकता है। वॉर्नर टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। उन्होंने सात मैचों में तीन अर्धशतक लगाते हुए कुल 289 रन बनाए। यही वजह है कि उन्हें प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया।
बिना किसी बात के टीम से निकाले जाने से दुख होता है - डेविड वॉर्नर
इकोनॉमिक्स टाइम्स के साथ इंटरव्यू में डेविड वॉर्नर ने सनराइजर्स हैदराबाद की कप्तानी से निकाले जाने को लेकर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
जब आप उस टीम से ड्रॉप किए जाते हैं जिसे आपने इतने सालों तक काफी प्यार दिया है तो फिर काफी दुख होता है। बिना किसी बात के कप्तानी छीन लेने से मुझे दुख हुआ। हालांकि मुझे कोई शिकायत नहीं है। भारत में फैंस ने हमेशा मेरा सपोर्ट किया और उनके लिए ही आप खेलते हैं। हम एंटरटेनमेंट के लिए खेलते हैं। भले ही मुझे टीम में जगह नहीं मिल रही थी लेकिन मेरी ट्रेनिंग पहले के जैसी ही चल रही थी। मैं और ज्यादा मेहनत कर रहा था।