नागपुर टेस्ट (IND vs AUS) के पहले दिन ऑस्ट्रेलिया की पारी को समेटने का श्रेय रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) को जाना चाहिए, जिन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए आधी टीम को पवेलियन का रास्ता दिखाया। पूर्व भारतीय खिलाड़ी दीप दासगुप्ता (Deep Dasgupta) ने सभी पांचों विकेट के लिए अलग तरीका अपनाने के लिए जडेजा की जमकर तारीफ की और उनकी गेंदबाजी की कुछ अहम बातों का जिक्र भी किया है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट का पहला दिन भारत के नाम रहा, जिसका श्रेय काफी हद तक रविंद्र जडेजा को जाता है। जड्डू ने पांच महीने से अधिक समय के बाद वापसी की और जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए, पांच ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। उनकी घातक गेंदबाजी की बदौलत भारत ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी सिर्फ 177 पर समेट दी। भारत ने जवाब में रोहित शर्मा के नाबाद अर्धशतक की मदद से एक विकेट के नुकसान पर 77 रन बना लिए थे और टीम अभी 100 रन पीछे है।
स्टार स्पोर्ट्स पर चर्चा के दौरान, दासगुप्ता से रविंद्र जडेजा द्वारा फेंकी गई सही लाइन और लेंथ और उनके द्वारा दिखाए गए धैर्य को लेकर सवाल किया गया। इसके जवाब में, उन्होंने कहा,
उन्होंने अपने सभी पांच विकेट अलग-अलग तरीके से हासिल किए। जब उन्हें टर्न का मौका मिला, तो लैबुशेन स्टंप आउट हो गए, और फिर जब सीधी गेंद पर स्टीव स्मिथ का विकेट लिया। अगर हम इसे थोड़ा और विभाजित करते हैं, तो वह पहले सत्र में बहुत सीधी गेंदबाजी कर रहे थे और उनकी लाइन मिडिल और लेग की थी। यही कारण है कि उन्हें अपने पहले या दूसरे स्पेल में उतनी सफलता नहीं मिली। लंच के बाद जब वह दूसरे सत्र में आए तो उन्होंने अपनी लाइन बदल दी। वह स्टंप से थोड़ा बाहर आ गए। गेंदें एंगल के साथ वहां से अंदर आईं और टर्न भी हुईं।
रविंद्र जडेजा ने अपने करियर में धैर्य ही दिखाया है - दीप दासगुप्ता
भारतीय दिग्गज ऑलराउंडर के धैर्य को उनकी विशेषता बताते हुए, दीप दासगुप्ता ने कहा,
आपने धैर्य की बात की, यही उनके करियर की कहानी रही है। उन्हें पहले दिन से लेकर आज तक धैर्य का फल मिल रहा है।