श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ दूसरे एकदिवसीय मैच में 3 विकेट से भारत (India) की जीत का श्रेय पूरी तरह से दीपक चाहर को जाता है। उन्होंने संयम से खेलते हुए नाबाद 69 रन बनाकर श्रीलंका से मैच छीन लिया। एक समय टीम इंडिया की हार नजर आ रही थी लेकिन चाहर ने अंत तक खेलकर 276 रनों का लक्ष्य तक अपनी टीम को पहुंचा दिया।। मैच के बाद अपनी पारी को लेकर उन्होंने प्रतिक्रिया दी।
चाहर ने मैच के बाद कहा कि यहाँ गर्मी थी और कुछ कैच भी हमने छोड़े लेकिन बाद में मुझे 2 विकेट मिले। अंत में हमने उनको 270 पर रोक दिया जो डिसेंट स्कोर है। जब मैं बल्लेबाजी के लिए आया, तब मेरे दिमाग में एक ही बात चल रही थी। वह सपना जब आपने खेलना शुरू करते हैं और भारत के लिए खेलते हैं। देश के लिए मैच जीतने से बेहतर कुछ नहीं है। राहुल सर ने भी मुझे सभी गेंदों को खेलने के लिए कहा।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने भारत ए के लिए कुछ पारियां खेली हैं और उन्हें (राहुल द्रविड़ को) मुझ पर विश्वास है और हमेशा मुझ पर विश्वास करते हैं और यह गेम चेंजर था। हमारे पास शानदार बल्लेबाजी क्रम है और उम्मीद है कि मुझे अगले मैचों में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिलेगा। ऐसी स्थिति में मेरे लिए यह पहली बार है। हम गेंद दर गेंद खेल रहे थे लेकिन अंत में जब 50 रन से कम रन चाहिए थे, तब मैंने बाउंड्री मारने का निर्णय लिया। उस छक्के के बाद मुझे मोमेंटम मिल गया।
पराजित टीम के कप्तान दसुन शनाका ने कहा कि जिस तरह हमारे लड़कों ने खेल दिखाया, उस पर गर्व है लेकिन यह एक मुश्किल मुकाबला था। भारतीय टीम और खासकर दीपक चाहर को पूरा क्रेडिट जाता है। वह हमसे मैच दूर लेकर गए। हमने इस बार भी बेहतरीन शुरुआत की लेकिन बीच में विकेट गंवा दिए। हमें उनको आसानी से विकेट नहीं देने थे। बैटिंग पावरप्ले तक हमें बेहतर खेलना होगा। गेंदबाज थे इसलिए मैंने ज्यादा गेंदबाजी नहीं की है लेकिन बाद में मैंने चांस लिया।
गौरतलब है कि दीपक चाहर और भुवनेश्वर कुमार ने मिलकर आठवें विकेट के लिए अविजित 84 रनों की साझेदारी की और टीम को सीरीज में विजयी बढ़त दिलाई। अब वनडे सीरीज का एक मैच बचा है।