विराट कोहली (Virat Kohli) आधुनिक युग के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक हैं। कोहली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 'रन मशीन' के रूप में अपनी पहचान बनाई है। उन्होंने युवा उम्र में ही अपनी निरंतरता से साबित किया था कि वो लंबी रेस के घोड़े हैं। विराट कोहली ने 2008 में भारतीय अंडर-19 टीम को वर्ल्ड कप चैंपियन बनाया था। इसी साल कोहली ने भारत (India Cricket team) के लिए वनडे डेब्यू भी किया था।
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर तब चयनकर्ताओं के चेयरमैन थे और उन्होंने याद किया कि आखिर क्यों युवा कोहली को भारतीय टीम में चुना गया था। अपने दिनों के शानदार बल्लेबाजों में से एक दिलीप वेंगसरकर ने 2008 में भारत ए और न्यूजीलैंड ए के बीच मैच के बारे में बात की।
डब्ल्यूवी रमन के यूट्यूब चैनल पर बातचीत करते हुए दिलीप वेंगसरकर ने कहा, 'यह चयनकर्ताओं का विजन था। ऐसा नहीं कि उसने शतक जमाया था तो चयन हुआ। दरअसल, मुझे उसकी सबसे अच्छी बात यह लगी कि जब मैंने उससे पारी की शुरूआत करने को कहा तो उसने हां कहा।'
वेंगी ने आगे बताया, 'भारतीय टीम न्यूजीलैंड में 270 रन का पीछा कर रही थी और उनके पास कई अंतरराष्ट्रीय तेज गेंदबाज थे। उनकी गेंदबाजी आक्रमण अच्छा था। वहीं हमने उभरते हुए खिलाड़ियों की टीम चुनी थी। वो सभी अंडर-23 थे और हम उनमें से कुछ खिलाड़ियों को चुनना चाहते थे, जो बाद में भारत के लिए खेले।'
पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, 'विराट कोहली ने शानदार पारी खेली। शतक जमाने के बाद उन्होंने सुनिश्चित किया कि भारत मैच जीते। उन्होंने 123 नॉट आउट बनाए। तब मुझे एहसास हुआ कि उसमें परिपक्वता है। मैं उसे अंडर-16 के दिनों से खेलते हुए देख रहा हूं। फिर अंडर-19 और फिर भारत के लिए खेलते देखा। तो मुझे पता था कि यह लड़का तैयार है और इसे टीम में चुनने की जरूरत है। हम श्रीलंका में वनडे सीरीज खेलने जाने वाले थे। यह युवा बल्लेबाज को चुनने और आगे बढ़ाने का आदर्श मौका था।'