वेस्टइंडीज के खिलाड़ी ड्वेन ब्रावो भी अब नस्लभेद के खिलाफ चल रहे आन्दोलन से जुड़ गए हैं। ड्वेन ब्रावो ने कहा कि हमें बराबरी और सम्मान चाहिए। ड्वेन ब्रावो ने कहा कि बहुत हो गया अब काले लोगों को समानता और सम्मान की मांग करनी चाहिए। ड्वेन ब्रावो ने डैरेन सैमी और क्रिस गेल के सुर में सुर मिलाते हुए मुखर होकर आवाज उठाई है।
एक इन्स्टाग्राम लाइव पर ड्वेन ब्रावो ने कहा कि विश्व में इस समय क्या चल रहा है यह देखकर दुःख होता है। एक काला व्यक्ति होने के नाते मैं इतिहास जानता हूँ कि काले लोगों के साथ क्या हुआ है। हम कभी बदला लेने के लिए कहते, हम सम्मान और बराबरी चाहते हैं।
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ड्वेन ब्रावो ने अहम बात कही
ड्वेन ब्रावो ने कहा कि हमारे साथ हर बार ऐसा होता रहा है। अब बहुत हो गया, हमें बराबरी और सम्मान चाहिए। बदला लेने का युद्ध करने के बारे में हम नहीं करते। हम दूसरों को सम्मान देते हैं तो हमारे साथ ऐसा क्यों होता है। हम प्यार बांटते हुए लोगों के काम की तारीफ करते हैं और यही अहम है। हमें सिर्फ रेस्पेक्ट चाहिए।
वेस्टइंडीज के लिए 40 टेस्ट, 164 वनडे और 71 टी20 खेलने वाले ड्वेन ब्रावो ने नेल्सन मंडेला, मुहम्मद अली, माइकल जॉर्डन का उदाहरण देते हुए कहा कि वर्ल्ड को जानना चहिए कि हम सुंदर और शक्तिशाली हैं।
हाल ही में वेस्टइंडीज के डैरेन सैमी ने कहा था कि आईपीएल में उन्हें नस्लीय नाम से बुलाया जाता था। उन्होंने कहा कि भारत में मुझे कालू कहा गया। हालांकि लोगों ने ट्विटर पर सैमी को उनके ही पुराने ट्वीट दिखाए जिनमें वो खुद को डार्क और कालू कह रहे थे। इशांत शर्मा का एक इन्स्टाग्राम पोस्ट वायरल हुआ जिसमें सैमी को कालू कहा गया था। यह मस्ती में कही गई बात थी जिसे छह साल बाद सैमी ने मुद्दा बना दिया। भारतीय टीम में नस्लभेद या धार्मिक आधार पर भेदभाव की बातें कभी देखने को नहीं मिली। डैरेन सैमी ने आईसीसी और विश्व क्रिकेट को रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाने का आग्रह किया था।