Anaya Bangar expressed her anger: भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर की बेटी अनाया बांगर आज के वक्त में किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं, ट्रांसफार्मेशन के बाद उनकी लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही हैं। हालांकि इन सबके बीच उन्हें जमकर ट्रोल भी किया जा रहा है, लेकिन धीरे-धीरे फैंस उनके सपोर्ट मेंं आ रहे हैं। अनाया बांगर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं, और अपनी पोस्ट से फैंस का ध्यान खींचती रहती हैं, वहीं अनाया बांगर को देखा जाए तो वह देश से जुड़े मुद्दों पर भी बेबाक होकर बोलती हैं। इन सब के बीच अनाया बांगर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया है, जो काफी वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में उन्होंने ट्रांसजेंडर्स के लिए आवाज उठाई है। दरअसल, एक क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में ट्रांसजेंडर के खिलाफ बड़ा फैसला लिया है। आपको दिखाते हैं वह पोस्ट।
अनाया बांगर को लगा बड़ा झटका
शुक्रवार शाम अनाया बांगर ने अपनी इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर एक पोस्ट शेयर की है, जिसमें वह बड़े मुद्दे पर राय व्यक्त करती हुईं नजर आ रही हैं। आपको बता दें कि इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने हाल में एक बड़ा फैसला लिया है, इस फैसले के बाद ईसीबी ने ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों को महिला और लड़कियों के मैचों में हिस्सा लेने से बैन कर दिया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले में ट्रांसजेंडरों को महिलाओं की कानूनी परिभाषा से बाहर रखा गया है, जिसके बाद ईसीबी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि वह हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अपडेट की गई कानूनी स्थिति के बाद ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों की पात्रता पर अपने नियमों में बदलाव का ऐलान कर रहे हैं।
ईसीबी के अपने फैसले पर बात करते हुए कहा कि ‘तत्काल प्रभाव से केवल वे ही खिलाड़ी महिला क्रिकेट और लड़कियों के क्रिकेट मैचों में खेलने के लिए पात्र होंगे जिनका जैविक लिंग महिला है। ट्रांसजेंडर महिलाएं और लड़कियां ओपन और मिक्स्ड क्रिकेट में खेलना जारी रख सकती हैं। अनाया बांगर ने ईसीबी के इस फैसले के खिलाफ सोशल मीडिया पर सवाल उठाए हैं।
अनाया बांगर ने इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर कर जताया दुख
अनाया बांगर ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर ईसीबी के इस फैसले पर गुस्सा जाहिर करते हुए लिखा आज इंग्लैंड से समाचार देखने वाले सभी लोगों के लिए, ईसीबी ने आधिकारिक तौर पर ट्रांस महिलाओं को न केवल पेशेवर क्रिकेट में, बल्कि खेल के मनोरंजक और जमीनी स्तर पर भी भाग लेने पर बैन लगा दिया है। अनाया आगे लिखती हैं कि यह सिर्फ एक नियम नहीं है, यह एक संदेश है जिसे मानना ही पडेगा, चाहे आपका समर्पण, प्रतिभा, अनुशासन, या परिवर्तन के सालों में आपको अभी भी पर्याप्त रूप से नहीं देखा जाएगा। एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जिसने इस खेल को अपना दिल दे दिया है, यह व्यक्तिगत लगता है। मैं सिर्फ एक ट्रांस लड़की नहीं हूं, मैं एक क्रिकेटर भी हूं. मुझे इसी खेल में भेदभाव, उत्पीड़न और अदृश्यता का सामना करना पड़ा है।
अनाया बांगर आगे लिखती हैं कि अब, संस्थाएं ऐसी रेखाएं खींच रही हैं जो हमारे अस्तित्व को पूरी तरह से मिटा देती हैं। वे पिच को नियंत्रित कर सकते हैं, लेकिन वे कभी भी हमारी भावना को नियंत्रित नहीं करेंगे। यह हमारी पारी का अंत नहीं है। अनाया बांगर की इस पोस्ट को देख कुछ ईसीबी के इस फैसले को गलत कह रहे हैं, वहींं कुछ फैंस का मानना है कि ईसीबी का यह फैसला बिल्कुल सही है।