क्रिकेट हमेशा से भावनाओं को बढ़ाने के लिए जाना जाता रहा है। इसमें क्रिकेटरों और दर्शकों दोनों की भावनाए समय-समय पर जगती रही हैं। जब कोई बल्लेबाज़ शतक मारता है या फिर कोई फील्डर कैच पकड़ता है ये साड़ी चीजें दर्शकों के मन पर घर कर जाती हैं। ऐसे में मैच के करवट के बनने बिगड़ने पर कई बार क्रिकेटर अपने आंसू नही रोक पाते हैं। कभी-कभी ये क्षण खुशियों के होते हैं और कभी कभार ये विवादित मौकों पर भी घटित होते हैं। बाकी कुछ भी ये सच्चा भावनात्मक क्रिकेटर का ही आंसू ऐसे मौकों पर निकलता है। जब क्रिकेटर अपने भावनाओं पर काबू नही पाते हैं तो उनके आंसू छलक पड़ते हैं: #1 सचिन अपने 100वें शतक पर
ये क्रिकेट के इतिहास में एक ऐतिहासिक दिन था जब तेंदुलकर ने अपना 100वां शतक बनाया था। मास्टर ब्लास्टर ने एशिया कप 2012 में मीरपुर के शेरे-बंगला स्टेडियम में बंगलादेश के खिलाफ अपना 100वां शतक लगाया था। ये मौका क्रिकेट के इतिहास में सबसे यादगार पलों में एक है, जिस सचिन भी अपनी भावना को रोक न पाए थे। आसमान की तरफ आँख उठाकर इश्वर को धन्यवाद देते हुए सचिन की आँखों में आंसू आ गये थे। #2 विराट कोहली टी-20 विश्वकप 2012 में दक्षिण अफ्रीका से मिली हार पर
विराट कोहली की बेहतरीन बल्लेबाज़ी के बावजूद भी भारत 2012 के टी-20 विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका से हारकर सेमीफाइनल की दौड़ से बाहर हो गया था। असल में इस टूर्नामेंट में भारत ने 5 में से 4 मुकाबले जीते थे। फिर भी नाकआउट नियम होने से भारत अफ्रीका से हारने की वजह से बाहर हो गया था। दिल्ली का ये बल्लेबाज़ अपनी आक्रामकता के लिए जाता है, लेकिन अफ्रीका को 121 रन बनाने से न रोक पाने की वजह से भारत की हार के बाद विराट की आँखों में आंसू आ गये थे। #3 दक्षिण अफ्रीका विश्वकप 2015 में हारने के बाद
विश्वकप 2015 में दक्षिण अफ्रीका की टीम जब सेमीफाइनल में न्यूज़ीलैंड से एक बेहद करीबी और रोमांचक मुकाबले में मैच जीतते हार गयी थी। जो दक्षिण के लिए किसी सदमे से कम नही था। ये ऐसी दो टीमें थी जो कभी भी फाइनल में नही पहुँच पायीं थी। ये पूरे टूर्नामेंट का सबसे बेहतरीन मुकाबला था। जिसे एक बार फिर प्रोटेस हार गये थे। दक्षिण अफ्रीका की पूरी टीम के खिलाड़ियों के चेहरे पर भावनाएं आ गयीं थी जिसके बाद पूरी टीम की आँखों से आंसू आ गये थे। अफ्रीका इस मुकाबले को जीतकर खिताब पर कब्जा जामने की सोच रहा था जिससे उसका चोकर का तमगा भी हट जाता लेकिन ऐसा नही हो पाया। कप्तान एबी डिविलियर्स और मोर्ने मोर्केल अपने आंसूओं को रोक ही नही पा रहे थे। क्योंकि वह जीत के करीब पहुंचकर हार गये थे। #4 इंजमाम-उल-हक अपने आखिरी मैच में
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम-उल-हक विश्वकप 2007 में जिम्बावे के खिलाफ अपने आखिरी मैच में जब आउट होकर पवेलियन जा रहे थे, तब उनकी आँखों से आंसू टपक रहे थे। वह संजीदा स्ट्रोकप्लयेर और साहसिक पारी खेलने के लिए जाने जाते थे। जिम्बाब्वे की पूरी टीम ने इंजी को उनकी विदाई के लिए शुभकामनायें दी और मैदान के अंतिम छोर पर पहुँचने पर पाकिस्तानी खिलाडियों ने भी उन्हें उनके बेहतरीन करियर के आखिरी पारी पर शानदार तरीके से शुभकामनायें दी। #5 विश्वकप 2011 जीतने पर युवराज और हरभजन
जिस देश में क्रिकेट खेल नही धर्म की तरह पूजा जाता हो वहां जीत खिलाड़ी की नही पूरे राष्ट्र की मानी जाती है। 2011 का विश्वकप जीतने के बाद युवराज और हरभजन की भावनाएं देखने वाली थी। जब दोनों खिलाडियों के ख़ुशी के आंसू रोके नही रुक रहे थे। अंतिम के ओवरों में भारत को विश्वकप जीतने के लिए 15 रनों की जरूरत थी। तभी कप्तान धोनी ने अपने स्टाइल में हेलीकाप्टर शॉट की मदद से छक्का लगाकर भारत को विजय दिलाया था। 28 बरस बाद भारत ने विश्वकप जीता था जिसके बाद हरभजन और युवराज की भावनाए आंसू बनकर निकलने लगी थी। #6 टीम बांग्लादेश जब एशिया कप 2012 में हार के बाद
बांग्लादेश ने अपने बेहतरीन खेल से 2012 में एशिया कप के फाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन पाकिस्तान एक बेहद लो स्कोरिग मुकाबले में बाग्लादेश को 2 रन से हराकर उनके खिताब जीतने के सपने को चकनाचूर कर दिया था। पूरी बांग्लादेश की टीम इस हार से स्तब्ध रह गयी थी। जिससे खिलाडियों को अपनी भावना पर कोई कण्ट्रोल नही रहा और वह फूट-फूटकर रो रहे थे। उनकी टीम भले ही कप हार गयी थी लेकिन उन्होंने करोड़ों दिलों को जीता था। #7 विनोद काम्बली विश्वकप 1996 के सेमीफाइनल में
इडेन गार्डन में विश्वकप 1996 में सेमीफाइनल मैच में दर्शकों के व्यवधान पहुँचाने की वजह से मैच को रद्द करके श्रीलंका को फाइनल में भेजे जाने पर विनोद काम्बली रोने लगे थे। 252 रन का पीछा करते हुए भारत का स्कोर एक समय 98 रन पर एक था लेकिन अगले 22 रन के एवज में सात विकेट गिरने की वजह से दर्शकों ने मैदान पर बोतलें फेंकनी शुरू कर दी और स्टैंड में कही से आग भी लगा दी। इस वजह से इस मैच को रद्द करके श्रीलंका को फाइनल का टिकट देकर भारत की हार घोषित किए जाने पर काम्बली जो उस वक्त मैदान पर एक छोर संभाले हुए थे, अपनी भावनाओं पर कण्ट्रोल नही कर पाए और उनकी आँख से आंसू छलक आये। #8 जब हरभजन ने श्रीसंत को मारा थप्पड़
श्रीसंत के लिए ये बड़े ही शर्म की बात थी जब हरभजन 2008 में आईपीएल मैच में हार के बाद उन्हें मैदान में कैमरे और दर्शकों के सामने सरेआम थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद श्रीसंत रोने लगे थे। इस थप्पड़ कांड की वजह से इसे क्रिकेट के लिए अच्छा नह माना गया था। जिसकी वजह से हरभजन को प्रतिबन्ध भी झेलना पड़ा था। हुआ यूँ था की पंजाब ने मुंबई को उस मैच में हरा दिया था। तो वहीं टीम की जीत का जश्न मानते हुए श्रीसंत हरभजन के आगे चले गये थे। जिससे चिढकर हरभजन ने उन्हें थप्पड़ जड़ दिया था। लेखक-इन्द्रसेन मुखोपाध्याय, अनुवादक-मनोज तिवारी