Ben Stokes questions slow over rate rule: आईसीसी ने ओवर्स समय पर पूरे हों, इसके लिए समय निर्धारित किया है। ऐसे में जब कोई टीम निर्धारित समय पर ओवर नहीं पूरे कर पाती है तो उस पर आईसीसी एक्शन लेती है। इसका ताजा उदाहरण लॉर्ड्स टेस्ट है, जिसमें जीत के बावजूद इंग्लैंड टीम को स्लो ओवर रेट के कारण डब्ल्यूटीसी में दो अंक गंवाने पड़े और उसका जीत प्रतिशत भी कम हो गया। अब इस नियम पर इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने सवाल खड़ा किया है। उनका मानना है कि सभी देशों के लिए एक समान स्लो ओवर रेट नहीं हो सकता है, क्योंकि एशिया में स्पिनर गेंदबाजी करते हैं जबकि सेना देशों में ज्यादातर ओवर तेज गेंदबाजों को डालने पड़ते हैं।दरअसल, लॉर्ड्स टेस्ट में ओवर रेट काफी खराब रहा था और मैच के पहले दो दिन के खेल के बाद ही सवाल उठने शुरू हो गए थे। हालांकि, मैच के बाद आईसीसी ने स्लो ओवर रेट के लिए इंग्लैंड को दोषी पाया। इंग्लिश टीम निर्धारित समय से दो ओवर पीछे रही और इसी वजह से उस पर दो अंकों की कटौती झेलनी पड़ी। यह जुर्माना आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की खेल शर्तों के अनुच्छेद 16.11.2 के तहत लगाया गया, जिसके अनुसार टीमों को निर्धारित दर से कम प्रत्येक ओवर के लिए एक अंक का नुकसान होता है। वहीं मैच फीस का 10 प्रतिशत जुर्माना खिलाड़ियों और खिलाड़ी सहयोगी स्टाफ के लिए आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.22 के अनुसार लगाया गया, जिसके तहत खिलाड़ियों को अपनी टीम द्वारा निर्धारित समय में गेंदबाजी न करने पर प्रत्येक ओवर के लिए अपनी मैच फीस का 5% देना होगा।बेन स्टोक्स ने की स्लो ओवर रेट के नियम में बदलाव की मांगमैनचेस्टर टेस्ट की पूर्व संध्या पर मीडिया से बात करते हुए बेन स्टोक्स ने कहा,"ओवर रेट ऐसी चीज नहीं है जिसके बारे में मैं चिंता करता हूं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि मैं जानबूझकर चीजों को धीमा करता हूं। मैं इसके चारों ओर की निराशा को समझता हूं, लेकिन मैं ईमानदारी से सोचता हूं कि इसकी संरचना पर एक गंभीर नजर डालने की आवश्यकता है। एशिया में, जहां स्पिनर्स 70 प्रतिशत ओवर डालते हैं, वहां उन ही नियमों को न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड में लागू नहीं किया जा सकता, जहां पर ज्यादातर गेंदबाजी तेज गेंदबाज करते हैं। एक स्पिनर का ओवर एक सीमर के ओवर की तुलना में कम समय लेता है। इसलिए साधारण समझ यह सोचती है कि आपको शायद विभिन्न महाद्वीपों में ओवर रेट को टाइम करने के तरीके को बदलने पर ध्यान देना चाहिए। मैं भी सोचता हूं कि ओवर रेट निश्चित रूप से पिछले कुछ वर्षों में कम हुए हैं।" आपको बता दें कि इंग्लैंड को पिछले डब्ल्यूटीसी चक्र में भी कई बार स्लो ओवर रेट के कारण अंकों का नुकसान बर्दास्त करना पड़ा था और इस बार भी कुछ ऐसा ही देखने को मिल रहा है।