इंग्लैंड (England) के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मुकाबले में भारतीय गेंदबाज हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए इंग्लैंड को 259 रनों के कुल स्कोर पर आउट करने में अपना अहम योगदान दिया। इंग्लैंड की टीम के चार बल्लेबाजों को पांड्या ने पवेलियन भेजा। इस प्रदर्शन के बाद पांड्या ने बड़ी प्रतिक्रिया दी।
हार्दिक पांड्या ने कहा कि मुझे अपनी कमर को झुकाना पड़ता है और अपनी योजना में परिवर्तन करना पड़ा क्योंकि मुझे लगा कि यह फुल लेंथ वाला विकेट नहीं है। इसलिए शॉर्ट गेंद को विकेट लेने वाली गेंद बनाने का निर्णय लिया। मुझे अपने बाउंसर पसंद हैं। वनडे में आपको शॉर्ट बॉल से निपटना होता है और इससे विकेट लेने का मौका मिलता है। लिविंगस्टोन को शॉर्ट बॉल खेलना पसंद है और इससे मेरे रोंगटे खड़े हो जाते हैं, उन्होंने मुझे दो छक्के मारे लेकिन मैंने अपने कप्तान से कहा कि अगर मैं यहां चार छक्के खाता हूं, तो भी अगर मैं विकेट लेता हूं, तो इससे फर्क पड़ेगा।
पांड्या ने आगे कहा कि शरीर ठीक है, इसलिए मैं इतनी ज्यादा और बिना किसी परेशानी के गेंदबाजी कर रहा हूं। मुझे कब गेंदबाजी करनी चाहिए और कब नहीं करनी चाहिए, इस पर कप्तान शानदार रहे हैं, उन्होंने मुझे अच्छी तरह से संभाला है। बल्ले के साथ इरादे की जरूरत है क्योंकि विकेट बल्लेबाजी करने के लिए काफी अच्छा है और हम इसका पीछा करना पसंद करेंगे। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित न करें।
गौरतलब है कि इंग्लैंड की टीम की खराब शुरुआत रही। दो विकेट जल्दी गिरने के बाद इंग्लैंड की टीम ने बाद में कुछ अच्छी बल्लेबाजी की लेकिन पांड्या ने मेजबानों को बड़ा स्कोर खड़ा करने से रोक दिया। उन्होंने 24 रन देकर 4 विकेट हासिल किये।