इंग्लैंड के वर्तमान केन्द्रीय अनुबंधित खिलाड़ियों ने 5 लाख पाउंड (4 करोड़ 68 लाख रूपये) बोर्ड और चैरिटी में देने का फैसला लिया है। इसके अलावा महिला क्रिकेट टीम की खिलाड़ियों ने तीन महीने की सैलरी नहीं लेने का निर्णय लिया है। कोरोना जैसी महामारी के चलते खेल नहीं हो रहा है, ऐसे में इंग्लिश टीम के खिलाड़ियों ने यह निर्णय लेने का फैसला लिया। क्रिकेटरों के संघ ने इसकी घोषणा की।
खिलाड़ियों ने इस कठिन स्थिति में स्वेच्छा से सैलरी में बीस फीसदी कटौती करने का भी ऐलान किया है। डॉन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार खिलाड़ी इस परिस्थिति में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के साथ लगातार चर्चा करते रहेंगे। इयोन मॉर्गन से सैलरी कट के बारे में पुछा गया तो उन्होंने कहा कि हाँ मैं मदद करना चाहूँगा, इससे बड़ा अंतर भी आएगा।
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इंग्लिश महिला टीम की खिलाड़ियों को पुरुषों की तुलना में कम पैसे मिलते हैं। इसके बाद भी उन्होंने अप्रैल, मई और जून महीने की सैलरी नहीं लेने का फैसला लिया। उन्होंने अपनी इच्छा से ऐसा करने का मन बनाया। इंग्लैंड की कप्तान हीदर नाइट ने इस समय यह फैसला जरूरी भी बताया। उन्होंने कहा कि हमें मालूम है कि किस तरह वर्तमान समय में खेल प्रभावित हुआ है, ऐसे में जितना हमने होगा, मदद करेंगे।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से इंग्लैंड में भी काफी खतरनाक स्थिति बनी हुई है। वहां भी कई जानें गई हैं और आगामी कुछ दिन तक स्थिति नियंत्रण में आने में समय लगेगा। आईसीसी सहित सभी क्रिकेट टूर्नामेंट फ़िलहाल नहीं हो रहे हैं और सभी खिलाड़ी अपने घरों में लॉक डाउन का पालन कर रहे हैं। इंग्लैंड का क्रिकेट भी इससे काफी प्रभावित हुआ है इसलिए खिलाड़ियों ने आगे आते हुए मदद और सैलरी कट करने का निर्णय लिया। यह सराहनीय फैसला कहा जा सकता है।