Geoffrey Boycott Slams Zak Crawley: भारत के खिलाफ लॉर्ड्स में इंग्लैंड को रोमांचक जीत मिली और उसने सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है। हालांकि, इंग्लैंड टीम की जीत के बावजूद ओपनर जैक क्रॉली का खराब फॉर्म चर्चा का विषय बना हुआ है। क्रॉली तीसरे टेस्ट की दोनों पारियों में भी फ्लॉप रहे और इसके बाद पूर्व इंग्लिश दिग्गज ज्योफ्री बायकाट का बड़ा बयान आया है। बायकाट ने क्रॉली को निशाना बनाया है और उन्हें टीम से ड्रॉप करने की भी मांग की है।
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के लिए हो रही पांच मैचों की सीरीज के पहले टेस्ट की दूसरी पारी में जैक क्रॉली ने 65 रन बनाए थे लेकिन इसके बाद अगली चार पारियों में उनके स्कोर क्रमशः 19, 0, 18 और 22 ही रहे। इससे पहले भी उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी रही है और यही कारण है कि उनका करियर औसत 57 टेस्ट के बावजूद कुछ खास नहीं है।
ज्योफ्री बायकाट ने जैक क्रॉली के टेस्ट करियर पर साधा निशाना
द टेलीग्राफ में अपने कॉलम में, इंग्लैंड के पूर्व ओपनर ने लिखा कि 57 टेस्ट मैचों में पांच शतकों के साथ 31 की औसत से रन बनाना कोई बड़ी बात नहीं है। उन्होंने लिखा:
"क्रॉली को और कितने मौके मिलेंगे? उसने अपने 57 टेस्ट मैचों में कुछ भी नहीं सीखा है। पहली पारी में एक तेज गेंद पर विकेट के पीछे कैच आउट और दूसरी पारी में एक वाइड लाइन वाली गेंद पर फ्रंटफुट ड्राइव, जिसके कारण गली में कैच आउट हुए। इस तरह से वह कई बार आउट हो चुके हैं। अब जाने का समय आ गया है। पांच शतक और 31 का औसत काफी नहीं है।"
बायकाट ने इंग्लैंड टीम को चेतावनी दी कि ऑस्ट्रेलियाई पेस तिकड़ी (स्टार्क, हेजलवुड और कमिंस) एशेज के दौरान क्रॉली को गेंदबाजी करने के लिए बेताब होगी। उन्होंने कहा,
"ज्यादातर विपक्षी गेंदबाज उन्हें गेंदबाजी करने के लिए अपने स्वेटर उतारने का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं। क्या आप सोच सकते हैं कि ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज इस सर्दियों की एशेज सीरीज़ के बारे में क्या सोच रहे होंगे? अगर स्टार्क आपको आउट नहीं कर पाते, तो हेजलवुड और कमिंस आपको आउट कर देंगे।"