पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने सोमवार 22 अगस्त को घरेलू सरजमीं पर इंग्लैंड के खिलाफ ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज के मैचों की तारीखों की घोषणा की। रावलपिंडी, मुल्तान और कराची 17 साल बाद देश में अंग्रेजों की पहली टेस्ट सीरीज की मेजबानी करेंगे। पाकिस्तान क्रिकेट के लिए यह एक अच्छी खबर कही जा सकती है। श्रृंखला 1 दिसंबर से रावलपिंडी में शुरू होगी, इसके बाद मुल्तान में दूसरा टेस्ट 9 दिसंबर से शुरू होगा।
दो टेस्ट मैचों के बाद दोनों टीमें कराची जाएंगी, जहां इंग्लैंड ने अंतिम टेस्ट में बीस साल पहले दिसंबर 2000 में एक प्रसिद्ध जीत दर्ज की। मुल्तान नवंबर 2006 के बाद अपना पहला टेस्ट भी आयोजित करेगा। इस तरह पाकिस्तान क्रिकेट के लिए इस सीरीज में काफी कुछ है।
पीसीबी में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के डायरेक्टर जाकिर खान का कहना है कि हमें खुशी है कि पाकिस्तान और इंग्लैंड टेस्ट प्रतिद्वंद्विता, दिसंबर में हमारे बैकयार्ड में लौट आएगी। मुझे विश्वास है कि यह श्रृंखला उन वैश्विक क्रिकेट प्रशंसकों की उम्मीदों पर खरी उतरेगी जो प्रतिस्पर्धी और रोमांचक मैच देखना और उनका आनंद लेना चाहते हैं। इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ियों को एक्शन में देखने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट प्रशंसकों ने लगभग 17 वर्षों तक इंतजार किया है।
गौरतलब है कि इंग्लैंड की टीम को पिछले साल ही पाकिस्तान दौरे पर आना था लेकिन कोरोना और बबल की थकान की बात कहते हुए दौरा टाल दिया गया था। हालांकि इससे पहले न्यूजीलैंड की टीम ने सुरक्षा कारणों से खेलने से मना कर दिया था। न्यूजीलैंड ने टॉस से कुछ समय पहले पाकिस्तान छोड़ने का निर्णय लिया। इस तरह पाकिस्तान की काफी बेइज्जती भी हुई।
पाकिस्तान में ऑस्ट्रेलिया की टीम खेलकर गई है। इसके अलावा कुछ अन्य टीमों ने भी दौरा किया है। इस तरह अब अंतरराष्ट्रीय टीमों का आना शुरू हुआ है।