आईपीएल का ये सीज़न अब अपने अंतिम पड़ाव की तरफ़ बढ़ता जा रहा है, अब तक हमने कई शानदार मैच देखे तो कई ऐसी पारियां भी जिन्होंने सभी का दिल जीत लिया। लेकिन इस दौरान अंपायर के कई ऐसे फ़ैसले भी देखने को मिले जो न सिर्फ़ हैरान करने वाले थे, बल्कि उन ग़लत निर्णय का असर मैच के नतीजे पर भी पड़ा। आईपीएल-9 में अब तक के जो 5 ख़राब फ़ैसले हम आपके सामने लेकर आए हैं, उनमें दो बार तो एक ही खिलाड़ी को ख़ामियाज़ा भुगतना पड़ा है। #1 जॉर्ज बेली, अंपायर ने दिया जीवनदान राइज़िंग पुणे सुपरजायंट्स में बाद में शामिल हुए ऑस्ट्रेलिया के इस पूर्व कप्तान को एक ग़लत फ़ैसला का फ़ायदा मिला था। सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ खेलते हुए जॉर्ज बेली जब 7 रन पर बल्लेबाज़ी कर रहे तब भुवनेश्वर कुमार की एक आउटस्वींग गेंद पर बल्ला का बाहरी किनारा लेती हुई गेंद विकेटकीपर के दस्तानों में समा गई थी। गेंदबाज़ और खिलाड़ियों ने ज़ोरदार अपील भी की, लेकिन अंपायर शर्मा ने उन्हें नॉट आउट दे दिया। उस फ़ैसले का फ़ायदा उठाते हुए बेली ने 34 रन बनाए।#2 क्विंटन डी कॉक, ग़लत फ़ैसले का शिकार इस फ़हरिस्त में अगला नाम है दिल्ली डेयरडेविल्स के सलामी बल्लेबाज़ क्विंटन डी कॉक का, जिनके नाम इस सीज़न में बैंगलोर के ख़िलाफ़ एक शतक भी है। डी कॉक हैदराबाद के ख़िलाफ़ एक मुक़ाबले में बेहद शानदार अंदाज़ में बल्लेबाज़ी कर रहे थे और एक बड़े स्कोर की तरफ़ जाते दिख रहे थे। लेकिन तभी मोएसिस हेनरिक्स के ऑफ़ स्टंप से काफ़ी बाहर जाते बाउंसर को खेलने की कोशिश में उनका हेलमेट हिल गया पर गेंद और बल्ले का कोई संपर्क नहीं हुआ था। हेनरिक्स और साथी खिलाड़ियों ने आउट की अपील की और अंपायर ने भी अपनी उंगली उठा दी। लिहाज़ा डी कॉक को न चाहते हुए भी पैवेलियन लौटना पड़ा। कॉक उस समय 44 रनों पर खेल रहे थे और रिप्ले में भी साफ़ दिखा कि गेंद और बल्ले का कहीं कोई संपर्क नहीं था और जो आवाज़ आई थी वह उनके हेलमेट की थी।#3 उस्मान ख़्वाजा, अंपायर ने दिया जीवनदान ग़लत फ़ैसलों की इस फ़हरिस्त में एक और ऑस्ट्रेलियन बल्लेबाज़ का नाम शामिल है, और उन्हें भी अंपायर के फ़ैसले से लौटना नहीं पड़ा बल्कि आउट होने के बाद भी जीवनदान मिला। राइज़िंग पुणे सुपरजायंट्स के बाएं हाथ के बल्लेबाज़ उस्मान ख़्वाजा जब कोलकाता नाइटराइडर्स के ख़िलाफ़ 19 रन पर खेल रहे थे, तभी मोर्न मोर्केल की बेहतरीन आउटस्वींगर पर गेंद ने उनके बल्ले का बाहरी किनारा लिया और विकेटकीपर रॉबिन उथप्पा के दस्तानों में गई। मोर्केल और कोलकाता के सभी खिलाड़ियों ने अपील भी की और हैरान भी रहे कि अंपायर को आवाज़ क्यों नहीं सुनाई दी। अंपायर पर अपील का कोई असर नहीं हुआ और ख़्वाजा को नॉट आउट करार दिया, हालांकि ख्वाज़ा इस फ़ैसले का कोई ज़्यादा फ़ायदा नहीं उठा पाए और सिर्फ 2 रन और बनाकर आउट हो गए।#4 अंपायर के ग़लत वाइड से बैंगलोर की जीत ! वैसे तो ये कई बार देखने को मिलता है जब वाइड के मामले में अंपायर ग़लती कर बैठते हैं, लेकिन किंग्स-XI पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच हुए मुक़ाबले के दौरान अंपायर की यही ग़लती मैच के नतीजे पर असर कर बैठी, और एक रन से मुक़ाबला बैंलगोर जीत गई। दरअसल 18वें ओवर की चौथी गेंद पर सचिन बेबी के पैड पर लग कर गेंद कीपर के पास गई, लेकिन अंपायर कुमार धर्मासेना ने वाइड करार दे दिया, और गेंदबाज़ मोहित शर्मा भी चौंक गए थे। इस मैच में एक रन से बैंगलोर की जीत हुई, ज़रा सोचिए अगर अंपायर से चूक न हुई होती को नतीजा बैंगलोर के पक्ष में जाने के बजाए पंजाब की झोली में भी जी सकता था।#5 क्विंटन डी कॉक, एक बार फिर ग़लत फ़ैसले का शिकार आईपीएल के इस सीज़न में अब तक दिल्ली डेयरडेविल्स के सलामी बल्लेबाज़ क्विंटन डी कॉक को सबसे ज़्यादा ग़लत फ़ैसले का शिकार होना पड़ा है। हैदराबाद के ख़िलाफ़ ग़लत निर्णय के बाद अगले ही मैच में मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ भी कॉक को बिना आउट हुए पैवेलियन लौटना पड़ा, मुंबई के 204 रनों का पीछा करने के लिए दिल्ली को कॉक से काफ़ी उम्मीदें थी और कॉक अच्छी बल्लेबाज़ी भी कर रहे थे लेकिन 28 गेंदो पर 40 रन बनाकर क्रुणाल पांड्या की गेंद पर उन्हें विकेट के पीछे आउट दे दिया गया। दिल्ली इस मैच को 80 रनों से हार गई।