इंग्लैंड (England Cricket team) के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन (Nasser Hussain) ने ऑस्ट्रेलिया (Australia Cricket team) और प्रमुख रूप से कप्तान टिम पेन (Tim Paine) पर तंज कसा है, जिन्होंने इंग्लैंड से एशेज सीरीज (Ashes Series) में हिस्सा लेने को कहा है। डेली मेल में अपने कॉलम में नासिर हुसैन ने लिखा कि महामारी युग के बाद इंग्लैंड ने सबसे ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं। इसलिए उनका मानना है कि ऑस्ट्रेलिया उन्हें लेक्चर देने का हकदार नहीं है।
इससे पहले स्टीव हार्मिसन ने ध्यान दिलाया कि मार्च 2020 से ऑस्ट्रेलिया ने अपने सभी चार टेस्ट घर में खेले हैं। उनका हालिया विदेशी दौरे पर टेस्ट सितंबर 2019 में मैनचेस्टर में खेला गया था। तो हुसैन का मानना है कि इस मामले में ऑस्ट्रेलिया को टिप्पणी नहीं देना चाहिए।
नासिर हुसैन ने अनिश्चितताओं के बीच अपने मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक समय से समझौता करके टेस्ट क्रिकेट को जिंदा रखने के लिए इंग्लैंड की तारीफ की। हुसैन को लगता है कि ऑस्ट्रेलिया के लिए प्रोटोकॉल के बारे में शिकायत नहीं करना विडंबना है, क्योंकि कोविड-19 के बाद से उसने कोई टेस्ट नहीं खेला गया है।
हुसैन ने अपने कॉलम में लिखा, 'मुझे गर्व है कि इंग्लैंड ने मुश्किल परिस्थितियों में भी टेस्ट क्रिकेट खेला। वो अपने परिवार से दूर रहे। बबल के अंदर और बाहर हुए। यह काफी थकाऊ है। मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ता है। तो ऑस्ट्रेलिया में लोगों के लिए उन्हें लेक्चर देना शुरू करना, या उन्हें यह बताना कि उन्हें इसमें आसानी रहेगी, उन्हें कुछ बोलना नहीं चाहिए।'
क्रिकेटर से कमेंटेटर बने हुसैन ने बेतुकी टिप्पणी के लिए टिम पेन को फटकार लगाई। उन्होंने यह कहकर इंग्लैंड का बचाव किया कि सीरीज से हटने की धमकी बेवजह नहीं दी गई है।
हुसैन ने लिखा, 'जब ऑस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन ने कहा कि मुझे साथी पेशेवरों से ज्यादा सहानुभूति नहीं सुनाई दी। इंग्लैंड महत्वपूर्ण सीरीज को चकमा देने की कोशिश कर रहा है तो अन्य देश एशेज के समय कूद रहे हैं।'
पेन ने सख्ती से कहा कि एशेज सीरीज जो रूट के साथ या उनके बिना भी आयोजित होगी क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि मेहमान अपनी टीम बना लेंगे। अनुभवी क्रिकेटर को सहानुभूति या विचार नहीं दिखाने के लिए आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।
आप अन्य लोगों को लेक्चर नहीं दे सकते हैं: नासिर हुसैन
हुसैन समझते हैं कि इंग्लैंड के टेस्ट खिलाड़ियों को मोटी तनख्वाह मिलती है। उन्होंने साथ ही स्वीकार किया कि इन क्रिकेटरों के लिए एशेज बड़े सम्मान का मामला है। हालांकि, उनका सोचना है कि ऑस्ट्रेलिया जैसी टीम, जिसने बबल में ज्यादा समय नहीं बिताया, उसे अन्य लोगों को जज करने का कोई अधिकार नहीं है।
हुसैन ने लिखा, 'मैं सभी बातों को लेता हूं। हां, इंग्लैंड के टेस्ट खिलाड़ियों को अच्छा वेतन मिलता है। हां, विदेश में एशेज सीरीज में देश का प्रतिनिधित्व करना किसी पेशेवर क्रिकेटर के लिए सबसे बड़े सम्मान की बात है। हां, कुछ खिलाड़ियों ने आईपीएल जैसे विदेशी टी20 लीग में हिस्सा लेकर अपने बोझ में इजाफा किया। मैं यह सभी समझता हूं। मगर जब तक आप बबल में समय न गुजारें और जबकि हमारे लड़के ऐसा बार-बार कर रहे हैं, तो आप अन्य लोगों को लेक्चर नहीं दे सकते कि उन्हें कैसे बर्ताव करना चाहिए।'
इंग्लैंड के खिलाड़ी सोमवार को एशेज में हिस्सा लेने के बारे में विचार करेंगे और उसके प्रमुख खिलाड़ियों के हिस्सा लेने पर अनिश्तिता है। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने हाल ही में कहा था कि ऑस्ट्रेलिया का दौरा करने से पहले उन्हें दिशा-निर्देशों पर सफाई चाहिए। जोस बटलर घोषणा कर चुके हैं कि वह अपने परिवार के बिना ऑस्ट्रेलिया दौरे पर नहीं जाएंगे।