ऑस्ट्रेलियाई टीम इस समय न्यूजीलैंड के दौरे पर गई है। इस दौरे ऑस्ट्रेलियाई टीम को तीन मैचों की टी20 सीरीज और दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। दौरे का आगाज 21 फरवरी से टी20 सीरीज से होने वाला है। इस बार दोनों टीमों के बीच साल 2004 से खेली जाने वाली चैपल-हेडली (Chappell-Hadlee Trophy) ट्रॉफी में टी20 सीरीज को भी जोड़ा गया है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की इस घोषणा के बाद पूर्व दिग्गज इयान चैपल (Ian Chappell) ने वनडे के भविष्य पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यह इस फॉर्मेट की दुखद स्थिति को दर्शाता है।
इयान चैपल ने वर्ल्ड वाइड स्पोर्ट से बात करते हुए वनडे के भविष्य को लेकर कहा, ‘वे निश्चित रूप से टी20 क्रिकेट को शीर्ष पर रखते हैं। अभी ज्यादा से ज्यादा टी20 क्रिकेट खेला जा रहा है और कम से कम वनडे क्रिकेट। कोई भी जो ये सोचता है कि टी20 क्रिकेट 50 ओवर के क्रिकेट से बेहतर है, उसके पास कम बुद्धि है। क्रिकेट के प्रशासकों ने 50 ओवर क्रिकेट को जाने दिया है। उन्होंने इसे इतना दूर जाने दिया है, जहां से यह दोबारा लौट नहीं सकेगा।’
चैपल ने आगे कहा, ‘मेरे अनुसार वनडे क्रिकेट में बड़ी संख्या में फैंस आ सकते हैं क्योंकि यह काफी अच्छा क्रिकेट है। यह टेस्ट के बाद सबसे अच्छी चीज है। लेकिन यह प्रशासकों के दिमाग में अभी नहीं है। मुझे नहीं लगता है कि वर्ल्ड कप अभी धुंधला पड़ जाएगा। यह बहुत महत्वपूर्ण है और अब भी बहुत प्रचलित है। हालाँकि, अगर आप वर्ल्ड कप को जीवित रखना चाहते हैं, तो आपको खिलाड़ियों को कुछ मैच देने होंगे। लेकिन क्या यह उस महत्व को रखेगा जैसा पहले था। मुझे संदेह है।’
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को यह भी लगता है कि टी20 और टी10 क्रिकेट के आने से वनडे फॉर्मेट की चमक मुख्य रूप से कम हुई है। एक खिलाड़ी को टी20 क्रिकेट खेलने से संतुष्टि नहीं मिलेगी। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर टी20 भी भविष्य में बेकार हो गया तो अगला कदम क्या होगा।