ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका (AUS vs SA) के बीच ब्रिस्बेन के गाबा में खेल गया पहला टेस्ट मैच मात्र दो दिनों में खत्म हो गया था। इस मैच को मेजबान टीम ने 6 विकेट से जीता था। हालाँकि, दोनों टीमों के बीच खेले गए इस मैच की पिच को लेकर काफी विवाद हुआ जो कि थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस पिच को लेकर ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड की जमकर आलोचना भी हुई और कई पूर्व खिलाड़ियो ने इस पर सवाल खड़े किये थे। इस बीच इंग्लैंड के पूर्व फर्स्ट क्लास खिलाड़ी साइमन ह्यूज पिच के समर्थन में उतरे थे और उन्होंने इसे लेकर बीसीसीआई को टैग करते हुए ट्वीट किया था।
ह्यूज ने गाबा पिच की हरी घास वाली एक तस्वीर अपने ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा
सभी बीसीसीआई के क्रिकेट फैंस से मैं यह कहना चाहता हूं कि हां, गाबा की पिच बल्ले और गेंद के बीच अनुचित मुकाबला था। देखिए कि किस तरह के डेंट पिच पर दिखाई दे रहे हैं। यह मैच की शुरुआत में घास छोड़े जाने और इसके गीले होने की वजह से हैं लेकिन इसने केवल एक टीम का ही समर्थन नहीं किया है।
इस ट्वीट के जरिये उन्होंने यह बताने का प्रयास किया कि, इस तरह की पिच का खामियाजा दोनों ही टीमों को उठाना पड़ा है। इस तरह ह्यूज साफतौर पर ऑस्ट्रेलिया का पक्ष लेते दिखाई दे रहे थे।ह्यूज के इस ट्वीट पर टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज वसीम जाफर (Wasim Jaffar) ने ट्वीट करते हुए करारा जवाब दिया और उन्हें पिछले साल अहमदाबाद में भारत-इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच की याद दिलाई।
जाफर ने ट्वीट करते हुए लिखा,
साइमन, अहमदाबाद की पिच ने केवल एक टीम का समर्थन इसलिए किया था क्योंकि इंग्लैंड ने उस मैच में टर्निंग पिच पर चार तेज गेंदबाज खिलाए थे।
आईसीसी ने गाबा पिच को दिया एक डिमेरिट अंक
इस पिच को लेकर आईसीसी ने भी अपना फैसला सुना दिया है। आईसीसी के मैच रैफरी के एलिट पैनल के सदस्य रिची रिचार्डसन ने अपनी रिपोर्ट में लिखा, आईसीसी की गाइडलाइंस के तहत चूंकि इसमें बल्ले और गेंद के बीच में बराबर की प्रतिस्पर्धा नहीं थी इसलिए मैं इस पिच को औसत से कम की रेटिंग देता हूं। इस रिव्यू के बाद गाबा के खाते में एक डिमेरिट अंक आ गया है।