विराट कोहली (Virat Kohli) को भारतीय वनडे कप्तानी (India Cricket team) से हटाने के बाद लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। बीसीसीआई ने ट्वीट करके जानकारी दी कि रोहित शर्मा (Rohit Sharma) को नया वनडे कप्तान बनाया गया है, जो विराट कोहली की जगह लेंगे।
यह उम्मीद थी कि ऐसी घोषणा होगी, लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि इतनी जल्दी इसकी घोषणा हो जाएगा। जब कोहली ने टी20 इंटरनेशनल प्रारूप से कप्तानी छोड़ने की घोषणा की थी, तब उन्होंने वनडे और टेस्ट कप्तानी जारी रखने का फैसला किया था।
33 साल के कोहली को उम्मीद थी कि वह 2023 विश्व कप में भारतीय टीम का नेतृत्व करेंगे। मगर बीसीसीआई और चयनकर्ताओं की योजना अलग थी। बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने गुरुवार को इस मामले पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि चयनकर्ताओं को वनडे और टी20 इंटरनेशनल टीमों के लिए दो विभिन्न कप्तानों के विकल्प सही नहीं लगे और इसलिए यह फैसला लिया गया।
हालांकि, कई लोगों को लगता है कि कोहली के साथ सही व्यवहार नहीं हुआ है। इनमें से एक हैं भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर और हेड कोच मदन लाल। मदन लाल का मानना है कि वनडे में कोहली का रिकॉर्ड शानदार है और उन्हें इससे हटाने की कोई जरूरत नहीं थी।
मदन लाल का मानना है कि दो साल बाद घर में होने वाले विश्व कप में कोहली भारतीय टीम की अगुवाई करता, जिसके कारण यह खबर ज्यादा हैरानीभरी लगी।
मदन लाल ने मिड-डे से कहा, 'मुझे नहीं पता कि चयनकर्ता इस बारे में क्या सोच रहे थे। मगर कोहली अगर अच्छे नतीजे दे रहे थे तो उन्हें हटाया क्यों गया। मैं समझ सकता हूं कि टी20 क्रिकेट कप्तानी से उसने इस्तीफा दिया क्योंकि आजकल बहुत क्रिकेट हो रही है और उसे अन्य दो प्रारूपों पर भी ध्यान देना है। मगर आप सफल हो और तब भी हटाए गए तो उन्हें यह बात जरूर चुभेगी। मैं तो सोच रहा था कि 2023 विश्व कप तक कोहली कप्तान बने रहेंगे। टीम बनाना बहुत मुश्किल है, लेकिन इसे तोड़ना आसान है।'
गांगुली के विचार से सहमत नहीं मदन लाल
मदन लाल बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली के इस बयान से सहमत नहीं है कि सफेद गेंद क्रिकेट के दो कप्तानों से उलझन बढ़ेगी। लाल ने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब खिलाड़ी विभिन्न कप्तानों के मार्गदर्शन में खेल रहे हैं। सालों तक एमएस धोनी ने वनडे और टी20 में भारत की कप्तानी की जबकि कोहली ने लाल गेंद क्रिकेट में जिम्मेदारी उठाई।
मदन लाल ने कहा, 'मुझे समझ नहीं आता कि उलझन किस बात की होगी। हर कप्तान की स्टाइल अलग होती है तो उलझन क्यों। टेस्ट और सीमित ओवर में स्टाइल बदलना है। विराट और रोहित का नेतृत्व करने का अपना अलग स्टाइल है। एमएस धोनी की अपनी अलग स्टाइल है।'