भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम (Indian Test Team) के लिए साल 2021 काफी यादगार और मजेदार रहा था। उस साल की शुरुआत भारत ने ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के घमंड को उन्हीं के घर में तोड़ते हुए शुरू की थी और इसके बाद इंग्लैंड दौरे पर भी जबरदस्त प्रदर्शन किया था।
इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला नॉटिंघम में हुआ था, जो ड्रॉ रहा था। वहीं, दूसरा टेस्ट मैच लॉर्ड्स में हुआ था, जिसे भारत ने 151 रनों से जीता था। उस मैच को केएल राहुल के शानदार शतक, मोहम्मद शमी के अर्धशतक और बुमराह के साथ उनकी जबरदस्त साझेदारी के लिए याद किया जाता है।
पहली पारी में केएल राहुल ने 129 रनों की एक शानदार पारी खेली थी, तो वहीं दूसरी पारी में भारत की डूबती नैया को शमी और बुमराह की बल्लेबाजी ने बचाया था। इन दोनों ने मिलकर 89 रनों की नाबाद साझेदारी की थी। हालांकि इन सभी के अलावा इशांत शर्मा का प्रदर्शन भी सराहनीय रहा था।
इशांत शर्मा की वजह से इंग्लैंड को नहीं मिली थी बड़ी लीड
तत्कालीन गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने क्रिकबज़ के एक कार्यक्रम द राइज़ ऑफ न्यू इंडिया में बताया,
"जब इंग्लैंड की पहली पारी में जो रूट और जॉनी बेयरस्टो के बीच साझेदारी नहीं टूट रही थी तो इशांत कितने परेशान हो गए थे। वह ड्रेसिंग रूम में आए, अपनी टोपी फेंकी और कहा कि अब क्या करना है? इस पर अरुण ने कहा कि आपको सिर्फ निरंतरता बनाए रखनी है।"
उन्होंने आगे बताया,
"उसके बाद इशांत ने कहा कि, आपने सिर्फ निरंतरता बनाने के लिए बोला, हम आक्रमकता कब दिखाएंगे? भरत अरुण ने कहा कि मैं चाहता था कि वो थोड़े शांत हो जाएं और चाय के वक्त मैदान पर जाने से ठीक पहले मैंने उनसे कहा कि आक्रमकता के साथ निरंतरता दिखाओ। अगर मैं निरंतरता की बात करता हूं, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि आप सिर्फ एक ही जगह पर गेंदबाजी करो। आप आक्रमकता के साथ एक जगह पर गेंदबाजी करते रहो। तब उन्होंने कहा, अच्छा ठीक है।
उसके बाद इशांत ने एक शानदार स्पेल डाली और जोस बटलर, मोइन अली और सैम करन जैसे बल्लेबाजों को आउट किया, जिससे इंग्लैंड को बड़ी लीड नहीं मिल पाई थी। इशांत ने उस पारी में 24 ओवर में 69 रन देकर 3 विकेट चटकाए थे।