Manoj Tiwary big Statement on Gautam Gambhir: भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी गौतम गंभीर और मनोज तिवारी के बीच की लड़ाई काफी पुरानी है। कई मौकों पर मनोज तिवारी ने गंभीर को लेकर ऐसे स्टेटमेंट्स दिए हैं, जिसकी उम्मीद किसी ने नहीं की थी। अब इस लड़ाई ने एक नया रूप ले लिया है। मनोज तिवारी ने अब उस किस्से के बारे में बताया है, जिसकी वजह से उनकी और गंभीर की अनबन शुरू हुई थी।
द लल्लनटॉप को दिए इंटरव्यू में मनोज तिवारी ने बताया कि जब मैं भारतीय टीम में आया तो उस समय सभी सीनियर खिलाड़ियों से मेरा तालमेल काफी अच्छा रहता था। लेकिन धीरे-धीरे मामला बिगड़ता चला। बिना कोई कारण मुझे डांट पड़ने लगी। जब में कोलकाता नाइट राइडर्स में शामिल हुआ, तो गंभीर मुझे कभी भी कुछ भी बोल देते थे, जिससे मुझे काफी बुरा लगता था। मैं ये सोचता था कि आखिर वो किस वजह से मुझ पर भड़कते हैं।
मेरी कोई PR टीम नहीं रही- मनोज तिवारी
इस दौरान शो के होस्ट ने तिवारी से पूछा कि क्या आपकी PR टीम गंभीर पर भारी पड़ रही थी? इसके जवाब में उन्होंने बताया कि मेरी कभी कोई PR टीम नहीं रही है। अगर मेरी PR टीम होती तो मैं शायद टीम इंडिया का कोच होता।
तिवारी ने आगे बताया कि बैटिंग क्रम को लेकर मेरी गंभीर के साथ अनबन हो गई थी। इसके बाद एक मैच से पहले वो ड्रेसिंग रूम में आकर मेरे पर भड़क गए थे और मुझे धमकी देते हुए कहा कि मैं तुझे अब खेलने नहीं दूंगा। मैंने इसका विरोध किया। उस दिन वसीम अकरम अगर ड्रेसिंग रूम में नहीं आते, तो शायद हाथापाई भी हो जाती। वसीम भाई ने मुझे फिर समझाया था कि यार वो कप्तान है, उसका सम्मान किया करो।
मनोज तिवारी ने रणजी ट्रॉफी एक किस्सा भी किया साझा
इंटरव्यू के दौरान KKR के पूर्व खिलाड़ी तिवारी ने 2015 में रणजी ट्रॉफी के दौरान गंभीर के साथ हुए झगड़े की वजह भी बताई। उन्होंने कहा, 'जब मैं प्रैक्टिस करता हूं, तो मुझे काफी पसीना आता है। इस वजह से, मैं हेलमेट के अंदर वाले कुशन को निकालकर सुखाने के लिए रख देता हूं। कोटला मैं जब मैं बल्लेबाजी करने के लिए आया, तो हेलमेट में कुशन लगाना भूल गया। इसके बाद मैंने अपने साथी खिलाड़ी को दौड़कर कुशन लाने के लिए कहा और मैं अपना स्टान्स ले रहा था। लेकिन गंभीर को लगा कि मैं ये सब जानबूझकर कर रहा हूं, ताकि मैच में देरी हो।'
तिवारी ने आगे बताया कि इससे गंभीर का पारा चढ़ गया था और वो स्लिप से मुझे मां-बहन की गालियां बकने लगे। इससे मुझे भी गुस्सा आ गया, लेकिन मैंने खुद पर कंट्रोल कर लिया। ओवर के दौरान वो मेरे मुंह के सामने आ गए और मुझे कहने लगे कि तू शाम को मिल मुझे, मैं तुझे मारता हूं। फिर मैंने कहा कि शाम को क्यों अभी मार लो। इस चीज को वहां मौजूद सभी लोगों ने सुना। इस झगड़े को अंपायर ने सुलझाया था।