वर्ल्ड कप 2019 का फाइनल न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के बीच खेला जा रहा है। इस वर्ल्ड कप में अंपायरिंग एक बड़ी समस्या रही है और हमें कई मौकों पर अंपायरों द्वारा गलत निर्णय देखने को मिले हैं। फाइनल मुकाबले में 34वें ओवर की पहली गेंद पर रॉस टेलर को मार्क वुड की गेंद पर पगबाधा आउट दिया गया।
अंपायर मरे इरास्मस ने टेलर को पगबाधा आउट दिया, लेकिन रिप्ले में साफ देखा जा सकता था कि गेंद विकेट को मिस कर रही थी और न्यूजीलैंड के पास रिव्यू नहीं होने के कारण टेलर को वापस पवेलियन लौटना पड़ा था।
इस टूर्नामेंट की शुरुआत से ही कई बार खिलाड़ी गलत अंपायरिंग का शिकार हुए हैं। एक नजर डालते हैं वर्ल्ड कप 2019 की ऐसी ही 4 घटनाओं पर जब बल्लेबाज को गलत अंपायरिंग का शिकार होना पड़ा।
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#1 रोहित शर्मा VS वेस्टइंडीज- माइकल गॉफ
वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले से पहले रोहित शर्मा दो शतक और एक अर्धशतक लगा चुके थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ मुकाबले में भी उन्होंने अच्छी शुरुआत की थी, लेकिन 18 रनों के निजी स्कोर पर उन्हें कैचआउट दिया गया।
केमार रोच द्वारा फेंकी गई छठे ओवर की आखिरी गेंद गिरने के बाद रोहित के बल्ले और पैड के बीच से निकली जिसे विकेटकीपर शाई होप ने पकड़ा और अपील के बाद फील्ड अंपायर ने ने रोहित को नॉटआउट करार दिया।
वेस्टइंडीज ने तुरंत रिव्यू लिया और रिप्ले में देखा जा सकता था कि गेंद बल्ले और पैड के बीच से गई थी, लेकिन गेंद पैड पर लगी थी या बल्ले पर यह साफ नहीं हो पा रहा था। ऑनफील्ड अंपायर ने रोहित को नॉटआउट दिया था, लेकिन इसके बाद भी बिना किसी पुख्ता सबूत के थर्ड अंपायर माइकल गॉफ ने रोहित को आउट करार दिया।
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#2 जेसन रॉय बनाम ऑस्ट्रेलिया- कुमार धर्मसेना
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में इंग्लैंड को 224 रनों का टार्गेट मिला था। स्कोर का पीछा करने उतरी इंग्लैंड को जेसन रॉय और जॉ़नी बेयरस्टो ने शानदार शुरुआत दिलाई। बेयरस्टो 34 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन रॉय ने लगातार आक्रामक खेल जारी रखा।
हालांकि, 20वें ओवर की चौथी गेंद पर रॉय ने पुल शॉट लगाने की कोशिश और नाकाम रहे जिसके बाद एलेक्स कैरी और पैट कमिंस ने जोरदार अपील की। अंपायर कुमार धर्मसेना ने पहले को रॉय को अंतिम समय में रॉय को आउट करार दिया।
रिप्ले में साफ दिख रहा था कि गेंद कहीं भी नहीं लगी थी और जिस गेंद को वाइड दिया जाना था उस पर रॉय को आउट दे दिया गया। अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताने पर रॉय को मैच फीस का 30 प्रतिशत जुर्माना भी लगाया गया था।
#3 क्रिस गेल VS ऑस्ट्रेलिया- क्रिस गैफनी
ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए ग्रुप मुकाबले के दौरान बेहद खराब अंपायरिंग देखने को मिली थी। क्रिस गेल को मिचेल स्टार्क की गेंद पर पहले कैचआउट दिया गया जिस पर उन्होंने रिव्यू लिया और वो बच गए। अगली गेंद वाइड थी और उसके बाद वाली गेंद पर फिर गेल को पगबाधा आउट दिया गया जिस पर फिर गेल ने रिव्यू लिया और वह नॉटआउट करार दिए गए।
पारी के पांचवें ओवर की पांचवीं गेंद पर गेल को पगबाधा आउट दिया गया और इस बार वह रिव्यू पर भी आउट दिए गए। हालांकि, गेल के आउट होने से पहले वाली गेंद बड़ी नो बॉल थी जिस पर अंपायर का ध्यान ही नहीं गया और इसी कारण गेल को आउट होना पड़ा।
यदि अंपायर ने नो बॉल देखी होती तो गेल जिस गेंद पर आउट हुए वह फ्री-हिट होती और उनका विकेट सुरक्षित रहता।
#4 जेसन रॉय vs भारत- अलीम दार
भारत को ग्रुप स्टेज में एकमात्र हार इंग्लैंड के खिलाफ झेलनी पड़ी थी। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया था और जॉनी बेयरस्टो तथा जेसन रॉय ने इंग्लैंड को धुंआधार शुरुआत दिलाई। हालांकि यदि अंपायर ने गलती नहीं की होती और भारत ने सही समय पर रीव्यू का इस्तेमाल किया होता तो शायद हालात कुछ और होते।
इंग्लैंड की बल्लेबाजी के दौरान 11वें ओवर में हार्दिक पांड्या की गेंद पर जेसन रॉय ने शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन बीट हो गए और धोनी ने गेंद पकड़ने के बाद अपील की। अंपायर अलीम दार ने रॉय को नॉटआउट करार दिया जबकि रिप्ले में दिख रहा था कि गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया था।
यदि भारतीय टीम ने रीव्यू का इस्तेमाल किया होता तो उन्हें निश्चित रूप से विकेट मिला होता और शायद मैच का परिणाम भी बदल सकता था।