दूसरे एकदिवसीय मैच में धोनी की पारी की बदौलत भारत ने मैच जीत लिया था। बहुत सारी दिक्कतों के बावजूद भी धोनी ने संकट से टीम इंडिया को उबारते हुए, टीम के लिए जीत का मार्ग प्रशस्त किया। लेकिन आने वाले समय में जिस दिन धोनी संन्यास ले लेंगे, क्या भारत को उनके जैसा फिनिशर मिल पायेगा? ये एक बड़ा यक्ष प्रश्न है। ये सबको पता है कि धोनी भारत के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर हैं और उनके जैसा फिनिशर शायद ही मिल पायेगा। धोनी खुद ये मानते हैं कि उन्हें भारत के लिए एक बेहतरीन फिनिशर की तलाश है। आइये एक नजर डालते हैं उन खिलाडियों पर जो भारत के लिए अगले फिनिशर की भूमिका निभा सकते हैं: #5 गुरुकीरत सिंह [caption id="attachment_13137" align="alignnone" width="594"] इंडिया ए के लिए और आईपीएल में बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं गुरकीरत[/caption] ये कहना अभी थोड़ी जल्दबाजी होगी कि गुरुकीरत भारत के लिए अच्छे फिनिशर साबित हो सकते हैं, लेकिन उनकी पिछली दो पारी को अगर गौर से देखा जाये। जो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया ए और बांग्लादेश ए के खिलाफ खेली थी। इन पारियों के दौरान वह काफी शांत और खतरनाक बल्लेबाज़ नजर आ रहे थे। गुरुकीरत रणजी ट्राफी में 14 पारियों में 56.41 के औसत से शानदार 677 रन बना चुके हैं। बांग्लादेश ए के खिलाफ उन्होंने 65 गेंदों में 58 रन की शानदार पारी खेली थी, और 29 रन देकर पांच विकेट भी लिए थे। उन्हें इस प्रदर्शन का इनाम भी मिला और वह दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए चुने भी गये। गुरुकीरत अगर अपने प्रतिभा से न्याय कर ले जाते हैं। तो वह भारत के लिए अच्छे आलराउंडर साबित हो सकते हैं जिसकी टीम को लम्बे समय से तलाश है। शांत दिमाग होने की वजह से वह अच्छे फिनिशर हैं। उन्होंने खुद ये बात स्वीकारी है कि वह दबाव में बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं। #4 सूर्यकुमार यादव [caption id="attachment_13138" align="alignnone" width="800"] केकेआर को कई मैच जितवाए हैं सूर्यकुमार ने[/caption] सूर्यकुमार यादव को अभी राष्ट्रीय टीम में जगह नही मिली है, लेकिन आईपीएल में केकेआर की तरफ से किए गये उनके प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें इस लिस्ट में शामिल किया जा सकता है। केकेआर की टीम में उनका काम ही है मैच को खत्म करना और उन्होंने दबाव में बल्लेबाजी करके इस बात को साबित भी किया है। टीम प्रबन्धन ने उनकी इस दक्षता का इनाम भी उन्हें टीम का उपकप्तान बनाकर दिया है। पिछले दो सीजन में यादव ने अपनी क्षमता का विशेष तौर पर प्रदर्शन किया है और उन्होंने तेजी से रन बनाकर रनरेट तेज करने की कोशिश की है। उनका स्क्वायर लेग पर फ्लिक करके छक्का मारना देखते ही बनता है। सबसे अच्छी बात उनकी ये है कि वह ऐसे मौके पर काफी शांत होकर बल्लेबाज़ी करते हैं। #3 केदार जाधव [caption id="attachment_13139" align="alignnone" width="594"] मौका मिलने पर केदार जाधव अपनि प्रतिभा दिखा सकते हैं[/caption] केदार जाधव ने जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे वनडे में शतक बनाकर खुद को साबित किया है। 82 रन पर चार खिलाडियों के आउट होने के बाद केदार ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी करते हुए। भारत के लिए न सिर्फ संकटमोचक बने बल्कि उन्होंने इस दौरान कुछ ऐसे शॉट खेले जो देखने लायक थे। घरेलू क्रिकेट में लगातार बेहतरीन प्रदर्शन से रनों का अम्बार लगाते हुए केदार ने टीम में जगह पायी है। उनकी एक खास बात ये भी है कि अगर उन्हें टीम के लिए विकेट कीपिंग करनी हो तो उसके लिए भी वह तैयार हैं। साथ ही उन्होंने खुद को फिनिशर की भूमिका के लिए तैयार बताया है। जाधव ने कहा कि उन्हें जो भी मौका मिलेगा वह उसको कैश करने के लिए तैयार हैं। मैं भारत के लिए मैच विजेता खिलाड़ी बनना चाहता हूँ। मैं 70-80 रन बनाने वाला खिलाड़ी नही बनना पसंद करूंगा। मै टीम के जरूरत के हिसाब से 30 रन अतिरिक्त बनाने की कोशिश करूंगा। मैं खेल को खत्म करना चाहता हूँ।" #2 संजू सैमसन [caption id="attachment_13140" align="alignnone" width="594"] संजू सैमसन के पास शॉट्स की कमी नही है[/caption] कई लोगों का मानना है कि विकेटकीपर-बल्लेबाज़ संजू सैमसन भविष्य में धोनी के सबसे अच्छे उत्तराधिकारी होंगे। सैमसन भारत ए के लिए छठवें क्रम पर बल्लेबाज़ी करते आये हैं। साथ ही अपने दम पर टीम को कई बार जीत दिला चुके हैं। आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए सैमसन ने कई बेहतरीन पारियों खेली हैं जिसके बदौलत वह क्रिकेट पंडितों और अपने टीम के साथियों के द्वारा प्रशंसा प्राप्त कर चुके हैं। जोंटी रोड्स ने सैमसन की तारीफ करते हुए कहा था कि उन्हें उनकी तेजी ने प्रभावित किया है। उनके अंदर बेहतरीन स्ट्रोक खेलने की गजब की क्षमता है। मैंने उन्हें आईपीएल में खेलते हुए देखा है। वह मैदान में गैप तलाश लेते हैं और ऐसे में फील्डर पर दबाव बनता है। जब वह क्रीज़ पर होते हैं तो उनके साथी बल्लेबाज़ को विकटों के बीच दौड़ को लेकर काफी सजग रहना पड़ता है। सैमसन की रनिंग विकटों के बीच तो अच्छी है ही साथ ही उनके बड़े स्ट्रोक लगाने की क्षमता उन्हें किसी भी टीम के लिए महत्वपूर्ण बनाता है। वह एक अच्छे मैच फिनिशर भी हैं ऐसा उन्होंने भारत ए के लिए किया भी है। इसलिए भविष्य में लम्बे समय के लिए वह धोनी के अच्छे उत्तराधिकारी साबित हो सकते हैं। #1 सुरेश रैना [caption id="attachment_13141" align="alignnone" width="594"] रैना की जिम्मेदारी काफी बढ़ जाएगी[/caption] धोनी के संन्यास लेने के बाद सुरेश रैना पर भारत के लिए वनडे मैचों में फिनिशर की भूमिका निभाने की जिम्मेदारी होगी। जबसे धोनी ने खुद को बल्लेबाज़ी क्रम में ऊपर किया तबसे रैना को खुद-ब-खुद निचले क्रम में आना पड़ता है। जिससे ये ज़ाहिर होता है की रैना भारत के अगले फिनिशर हो सकते हैं। रैना की आक्रामक बल्लेबाज़ी करने की क्षमता को देखते हुए ये काम उन पर कभी हद तक जंचता है। रैना की बस एक कमी है कि वह शॉट खेलने की जल्दबाजी दिखाने लगते हैं। साथ ही दबाव में जैसाकि शांत होकर खेलना चाहिए वैसा वो नही कर पाते हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से वह इसी क्रम पर बल्लेबाज़ी करने आते है। जिससे ये साफ़ हो जाता है कि धोनी के बाद रैना ही अगले फिनिशर होंगे। लेखक-दीप्तेश सेन, अनुवादक-मनोज तिवारी