Gautam Gambhir vs Ravi Shastri Coaching Record after 19 Matches: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 1-3 से करारी शिकस्त झेलने के बाद भारतीय टीम के फैंस काफी ज्यादा मायूस हैं। टीम इंडिया इस सीरीज में अपने लचर प्रदर्शन की वजह से हारी है। यही वजह है कि भारतीय फैंस खिलाड़ियों को लगातार ट्रोल कर रहे हैं। वहीं, गौतम गंभीर के कोचिंग के तरीके पर भी सवाल उठ रहे हैं।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद राहुल द्रविड़ के कोचिंग पद के छोड़ने के बाद गौतम गंभीर को हेड कोच नियुक्त किया गया, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कभी भी ये जिम्मेदारी नहीं संभाली थी। लेकिन फैंस को उम्मीद थी कि उनकी कोचिंग में टीम इंडिया नई बुलंदियों को छूने में सफल होगी। हालांकि, अभी तक ऐसा कुछ भी देखने को नहीं मिला है। गंभीर के छोटे से कार्यकाल में टीम इंडिया ने कई अनचाहे रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं। इस आर्टिकल में हम देखेंगे कि 19 मैचों के बाद गौतम गंभीर और रवि शास्त्री में से किसके आंकड़े ज्यादा बेहतर हैं।
टीम इंडिया के साथ 19 मुकाबलों के बाद गौतम गंभीर और रवि शास्त्री का कोचिंग रिकॉर्ड
गौतम गंभीर ने कार्यकाल में टीम इंडिया ने 10 टेस्ट मुकाबले खेले, जिसमें से उसे सिर्फ 3 मैचों में जीत मिली। वनडे फॉर्मेट में गंभीर का रिकॉर्ड और भी खराब रहा है। भारतीय टीम ने तीन वनडे खेले हैं और दो में मेन इन ब्लू को शिकस्त का सामना करना पड़ा है। वहीं, एक मैच का नतीजा नहीं निकल पाया। श्रीलंका जैसी कमजोर टीम ने भारत के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने में कामयाबी हासिल की।
वहीं, गंभीर के कार्यकाल में भारतीय टीम ने 10 टी20 मैच खेले और सभी में जीत हासिल की। इस दौरान 4 मैचों में नेशनल क्रिकेट अकादमी के हेड वी वी एस लक्ष्मण ने हेड कोच की भूमिका निभाई थी। इस तरह कह सकते हैं कि गंभीर 6 मुकाबलों में बतौर हेड कोच टीम के साथ रहे।
19 मैचों के बाद रवि शास्त्री के बतौर हेड कोच रिकॉर्ड
रवि शास्त्री की कोचिंग में भारतीय टीम का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। उनके कार्यकाल में भारत ने पहले 19 में से 16 मुकाबलों में जीत अर्जित की थी। शास्त्री के कार्यकाल की शुरुआत श्रीलंका के विरुद्ध हुई थी। भारत ने श्रीलंका का टेस्ट, वनडे और टी20 सीरीज में क्लीन स्वीप किया था और 9 मैच जीते थे। इसके बाद टीम इंडिया ने न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे और टी20 सीरीज खेली थी और 6 में से 4 मुकाबले जीते थे। शास्त्री के पहले 19 मैचों में से बाकी चार मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू मैदान पर खेले गए, जिसमें भारत ने तीन वनडे मैच जीते थे।