Gautam Gambhir Childhood coach Sanjay Bhardwaj statement: गौतम गंभीर के स्वाभाव को लेकर अकसर चर्चा होती रहती है। कुछ लोग उन्हें बेहद गुस्से वाला और झगड़ालू भी मानते हैं लेकिन कुछ को उनका व्यवहार काफी पसंद आता है। अब इस चीज को लेकर गंभीर के बचपन के कोच संजय भारद्वाज ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। संजय ने दावा किया कि उनके शिष्य के व्यवहार को लोग गलत समझते हैं और वह अभी भी एक बच्चे जैसा है।
गौतम गंभीर को मैदान पर कई बार विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से भिड़ते देखा गया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट हो या आईपीएल, उन्होंने अपने आक्रामक स्वाभाव से कई बार चर्चा बटोरी। इसके अलावा वह अपने बयानों की वजह से भी काफी चर्चा में रहते हैं। कभी उनके बयान से एमएस धोनी के फैंस को बुरा लग जाता तो कभी विराट कोहली के। हालांकि, अब कोच संजय भारद्वाज ने गौतम के स्वाभाव को लेकर अहम चीजों का जिक्र किया और बताया कि उन्हें बचपन से ही हारने से नफरत होती थी। वहीं, जब टीम हार जाती थी तो गंभीर रोने लगते थे।
गौतम गंभीर को लेकर संजय भारद्वाज ने किया अहम खुलासा
मनजोत कालरा के यूट्यूब शो पर बात करते हुए, गौतम गंभीर को लेकर संजय भारद्वाज ने कहा,
"आज भी वह एक मासूम बच्चे की तरह है। उसके पास कोई द्वेष नहीं है। वह 12 साल के बच्चे की तरह है। लोगों को लगता है कि वह घमंडी है, लेकिन जीतने के प्रति उसका रवैया ऐसा है। मैं उसे नेट्स के बाद मैच खिलाता था और मैच हारने के बाद वह रोता था। उसे तब भी हारना पसंद नहीं था। इसलिए, उसके जैसे सच्चे व्यक्तित्व वाला व्यक्ति स्पष्ट रूप से गंभीर रहेगा।"
गंभीर के कोचिंग स्टाइल पर भी की बात
संजय भारद्वाज ने अपने शिष्य के कोचिंग स्टाइल की भी बात की, जो श्रीलंका दौरे से टीम इंडिया के हेड कोच के रूप में अपने कार्यकाल की शुरुआत करते नजर आए। उन्होंने कहा,
"गौतम गंभीर तकनीकी पहलुओं के पीछे नहीं जाएंगे। क्योंकि उस स्तर पर तकनीकी सुधार की आवश्यकता नहीं है। आप वहां हैं क्योंकि आप तकनीकी रूप से काफी अच्छे हैं। गंभीर जिस चीज पर काम करेंगे वह रणनीतिक पहलू हैं। गंभीर का काम मनोबल बढ़ाना और एक खिलाड़ी में आत्मविश्वास भरना होगा, जिसे खुद पर संदेह होगा।"
आपको बता दें कि गौतम गंभीर की कोचिंग कार्यकाल की धमाकेदार शुरुआत हुई और टीम इंडिया ने श्रीलंका को तीन मैचों की सीरीज में 3-0 से रौंदा। हालांकि, वनडे सीरीज में भारत पर हार का खतरा मंडरा रहा है और श्रीलंका ने शुरूआती दो मैचों के बाद 1-0 की बढ़त बना रखी है। ऐसे में बुधवार, 7 अगस्त को होने वाले तीसरे वनडे में गंभीर चाहेंगे कि टीम जीत दर्ज करे और सीरीज में हार से बचे।