भारतीय टीम (Indian Cricket Team) के 2011 वर्ल्ड कप जीत के 10 साल पूरे हो गए हैं। आज ही के दिन 2011 में भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार विश्व कप का खिताब जीता था। इस मौके पर फाइनल मुकाबले में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने बड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि वर्ल्ड कप में मिली जीत में सभी खिलाड़ियों का योगदान था और किसी एक खिलाड़ी ने मैच नहीं जिताया था।
जब बात 2011 वर्ल्ड कप को लेकर होती है तो फिर एम एस धोनी के उस ऐतिहासिक छक्के का जिक्र जरुर किया जाता है। हालांकि गौतम गंभीर का मानना है कि टीम की जीत में सबका योगदान था और केवल उस छक्के की बात नहीं होनी चाहिए।
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गौतम गंभीर का पूरा बयान
टाइम्स ऑफ इंडिया से खास बातचीत में गौतम गंभीर ने कहा,
क्या आप सोंचते हैं कि केवल एक खिलाड़ी ने हमें वर्ल्ड कप जिता दिया ? अगर एक खिलाड़ी वर्ल्ड कप जिताने में सक्षम होता तो इंडियन टीम अभी तक सारे वर्ल्ड कप जीत सकती थी। दुर्भाग्य की बात ये है कि भारत में लोग केवल एक ही खिलाड़ी का नाम जपने लगते हैं। मैंने कभी इस चीज में विश्वास नहीं किया है। टीम स्पोर्ट में व्यक्तिगत कोई जगह नहीं है। हर खिलाड़ी अपनी-अपनी तरफ से योगदान देता है।
गौतम गंभीर ने आगे कहा,
क्या आप जहीर खान के योगदान को भूल सकते हैं ? फाइनल मुकाबले में उन्होंने 3 ओवर लगातार मेडन डाले थे। युवराज सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जो किया क्या उसे भुलाया जा सकता है ? इसके अलावा साउथ अफ्रीका के खिलाफ सचिन तेंदुलकर का शतक। हम केवल एक छक्के को क्यों याद कर रहे हैं। अगर एक छक्का वर्ल्ड कप जिता सकता है तो फिर युवराज सिंह को शायद भारत के लिए छह वर्ल्ड कप जीतने चाहिए थे। क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ एक ही ओवर में छह लगातर छक्के लगाए थे। युवराज के बारे में कोई बात नहीं कर रहा है, लेकिन धोनी के उस एक छक्के की बात जरुर होती है।