कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के 2012 के आईपीएल फाइनल में मिली जीत को अपनी सबसे मुश्किल जीत में से एक करार दिया है। गंभीर के मुताबिक चेन्नई सुपर किंग्स को उनके ही घर में हराना बिल्कुल आसान नहीं था लेकिन उनकी टीम ने ऐसा कर दिखाया।
कोलकाता नाइट राइडर्स ने आईपीएल का खिताब पहली बार 2012 में जीता था। टीम ने फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स को हराया था। चेपॉक स्टेडियम में खेले गए फाइनल मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 3 विकेट के नुकसान पर 190 रन बनाए थे। सुरेश रैना ने सिर्फ 38 गेंद पर 3 चौके और 5 छक्के की मदद से 73 रनों की धुआंधार पारी खेली थी। ब्रेट ली ने उस मुकाबले में 4 ओवर में 42 और सुनील नारेन ने 4 ओवर में 37 रन दे दिए थे।
टार्गेट का पीछा करते हुए केकेआर को बड़ा झटका पहले ही ओवर में लग गया था। कप्तान गौतम गंभीर सिर्फ 2 रन बनाकर आउट हो गए थे। हालांकि इसके बाद मनविंदर बिस्ला ने 48 गेंद पर 89 और जैक कैलिस ने 49 गेंद पर 69 रन बनाकर टीम को जीत दिला दी थी। केकेआर ने सीएसके को उनके ही घर में हराकर पहली बार आईपीएल की ट्रॉफी अपने नाम की थी।
सीएसके को उनके ही घर में हराना आसान नहीं था - गौतम गंभीर
गौतम गंभीर ने इस जीत को सबसे खास बताया। उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स पर कहा 'लोग मुझसे पूछते हैं कि 2012 और 2014 में से कौन सी बड़ी जीत थी तो मेरा मानना है कि 2012 वाली जीत ज्यादा बड़ी थी। इसकी वजह ये थी कि सीएसके को उनके ही घर में हराना आसान नहीं था। वहां पर सारा सपोर्ट उनके लिए ही था। मेरे नंबर एक गेंदबाज सुनील नारेन को काफी ज्यादा रन भी पड़ गए थे। फिर वहां से वापसी करके जीत हासिल करना शानदार था। वो काफी मुश्किल जीत थी।'