कोरोना वायरस के खिलाफ देश की एकजुटता दिखाने के लिए रविवार को लोगों ने दीपक और मोमबत्ती जलाई। इसके साथ कई लोग पटाखे फोड़ने लगे और इसे लेकर गौतम गंभीर ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि पटाखे जलाने का यह उचित समय नहीं है। अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए गंभीर ने यह बातें कही।
गंभीर ने लिखा कि इण्डिया घर के अंदर रहो। हम अभी इस लड़ाई के बीच में हैं। यह पटाखे जलाने का समय नहीं है। गंभीर ने कई शहरों में हुई आतिशबाजी को लेकर यह ट्वीट किया था। इसके अलावा गंभीर ने अपनी एमपी फंड से पचास लाख रूपये भी दिल्ली सरकार को जारी करने की बात कहते हुए दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल को एक पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि मैंने एक करोड़ रूपये देने के लिए कहा था इसलिए अभी पचास हजार रूपये स्वीकृत किये जा रहे हैं, इससे मास्क आदि चीजें खरीदने में कुछ हद तक मदद मिलेगी।
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गौरतलब है कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में गौतम गंभीर ने बतौर सांसद मिलने वाली दो साल की सैलरी नहीं लेने का फैसला लिया है। इसे उन्होंने कोरोना की जंग के लिए दान करने का ऐलान किया है। इससे पहले उन्होंने पचास लाख रूपये पीएम केयर्स फंड में देने का ऐलान भी किया था। कोरोना वायरस की लड़ाई में गौतम गंभीर काफी सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। उन्हें जो बात गलत लगती है, उसे कहने से परहेज नहीं करते। यह पूर्व भारतीय खिलाड़ी अपनी हर बात बेबाकी से रखता है। भारत सहित विश्व भर में कोरोना वायरस ने पाँव पसारे हैं। हर देश अपने हिसाब से इस महामारी के खिलाफ लड़ रहा है। भारत में भी अब तक 100 से ज्यादा मौतें इससे हो चुकी हैं। तीन हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।