BCCI Why Banned Greater Noida Stadium: पिछले कुछ दिनों से ग्रेटर नोएडा स्टेडियम सुर्खियों में बना हुआ है। इस स्टेडियम को अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले एकमात्र टेस्ट मुकाबले के आयोजन के लिए चुना गया है, जो कि 9 सितम्बर से शुरू होना था। लेकिन दोनों टीमों के बीच होने इस मुकाबले में अब तक एक गेंद भी नहीं फेंकी गई। इसकी मुख्य वजह स्टेडियम में प्रमुख सुविधाओं का ना होना है।
बता दें कि 8 सितम्बर की शाम को नोएडा में भारी बारिश हुई थी। हालांकि, जिस दिन मैच शुरू होना था, तब मौसम बिल्कुल साफ था। लेकिन सुविधाओं की कमी होने की वजह से मैदान को सुखाया नहीं जा सकता और पहले दिन कोई खेल नहीं हो पाया। मैच के दूसरे दिन ग्राउंड मेंस ने मैदान को सुखाने के लिए गीली सतह को उखाड़ कर वहां सुखी सतह लगाने का प्रयास किया। हालांकि, इससे कोई फायदा नहीं हुआ। मीडिया द्वारा इस प्रोसेस का खूब मजाक भी उड़ाया गया और इसे ट्रांसप्लांट बताया गया।
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच होने वाला ये मुकाबला आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा नहीं है, लेकिन आईसीसी द्वारा इसे करवाया जा रहा है। लेकिन जिस तरह से पिच के हालात हैं, उससे टेस्ट क्रिकेट का ट्रोल किया जा रहा। इसके साथ इस मैच को कवर करने गए रिपोर्टर्स ने भी वहां पर प्राथमिक सुविधाओं के ना होने का खुलासा किया है।
ग्रेटर नोएडा स्टेडियम को इस वजह से बीसीसीआई ने किया था बैन
अतीत में इस स्टडियम ने कई महत्वपूर्ण मुकाबलों की मेजबानी की है। इसकी शुरुआत 2016 में दलीप ट्रॉफी के पिंक बॉल टेस्ट से हुई थी। इसके अलावा रणजी ट्रॉफी के भी कुछ मुकाबले यहां खेले जा चुके हैं। इसके बाद आईसीसी द्वारा इसे अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों की मेजबानी करने की भी इजाजत मिली।
2017 में इस स्टेडियम में एक निजी टी20 टूर्नामेंट का आयोजन हुआ था, जिसमें फिक्सिंग के कुछ मामले सामने आए थे। इसके बाद बीसीसीआई ने नोएडा के इस स्टेडियम को बैन करने का फैसला लिया था। हालांकि, इसे आईसीसी द्वारा मान्यता प्राप्त थी इसी करना यहां कुछ अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन जारी रहा।
AFG vs NZ टेस्ट मैच के लिए इस स्टेडियम को क्यों चुना गया?
गौरतलब हो कि अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड चाहता था कि इस टेस्ट का आयोजन लखनऊ या फिर देहरादून में हो। लेकिन बीसीसीआई ने बोर्ड को बताया था कि ये दोनों शहर अपनी-अपनी टी20 लीग का आयोजन कर रही हैं। अफगानिस्तान ने पहले भी नोएडा में अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेले थे, इसी वजह से उन्हें इस मैदान पर खेलने के लिए कहा गया।