Mangalore Dragons vs Gulbarga Mystics, 18th Match: महाराजा ट्रॉफी का रोमांच जारी है। शुक्रवार को टूर्नामेंट का 18वां मुकाबला मैंगलोर ड्रैगन्स और गुलबर्गा मिस्टिक्स के बीच खेला गया। इस मुकाबले में श्रेयस गोपाल की अगुवाई वाली टीम मैंगलोर को हार का सामना करना पड़ा। पहले बल्लेबाजी करते हुए मैंगलोर ड्रैगन्स ने 7 विकेट खोकर 150 रन बनाए थे। जवाबी पारी में गुलबर्गा ने 19.3 ओवरों में 5 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया था। गुलबर्गा की ओर से प्रवीण दुबे ने शानदार बल्लेबाजी की, जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया।
गुलबर्गा मिस्टिक्स ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया था। पहले बल्लेबाजी करते हुए मैंगलोर टीम की शुरुआत अच्छी रही थी। मैकनील नोरोन्हा और रोहन पाटिल की सलामी जोड़ी ने पहले विकेट के लिए 41 रन जोड़े थे। रोहन 12 गेंद पर 14 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद मैकनील (32) भी ज्यादा लम्बे समय तक बल्लेबाजी नहीं कर सकते और 49 के स्कोर पर मैंगलोर को दूसरा झटका लगा।
निकिन जोस सिर्फ 3 रन बनाकर चलते बने। फिर विकेटकीपर सिद्धार्थ ने कप्तान श्रेयस गोपाल के साथ मिलकर मोर्चा संभाला। सिद्धार्थ ने 24 गेंदों में 29 रन बनाए, जबकि श्रेयस ने 25 गेंदों में 25 रन बनाए। इनकी पारियों की मदद से मैंगलोर की टीम पूरे ओवर खेलने के बाद 150/7 का सम्मानजनक स्कोर खड़ा कर पाने में सफल हो पाई।
प्रवीण दुबे ने खेली तूफानी पारी
टारगेट का पीछा करते हुए गुलबर्गा की टीम की शुरुआत खराब रही थी। टीम को 7 स्कोर पर पहला झटका लगा। कप्तान देवदत्त पडीक्कल सिर्फ 2 रन बनाकर चलते बने। अनीश केवी भी ज्यादा कुछ कमाल नहीं दिखा पाए और 16 रन का योगदान दे पाए। लवनीत सिसोदिया के बल्ले से 20 रन आए। एक समय पर 75 के स्कोर पर गुलबर्गा की आधी टीम पवेलियन लौट चुकी थी और लग रहा था कि मैंगलोर की टीम आसानी से जीत हासिल कर लेगी।
लेकिन सिमरन आर और प्रवीण दुबे ने हार नहीं मानी। सिमरन ने 30 गेंदों में नाबाद 40 रन बनाए। वहीं, प्रवीण ने तूफानी बल्लेबाजी करते हुए 24 गेंदों में नाबाद 47 रन बनाए, जिसमें 2 चौके और 4 छक्के शामिल रहे।