ICC July month Award Winners: आईसीसी ने सोमवार, 12 अगस्त को जुलाई माह में अपने दमदार प्रदर्शन के दमपर आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ का अवार्ड जीतने वाले खिलाड़ियों के नामों की घोषणा की। पुरुष वर्ग में इंग्लैंड के युवा तेज गेंदबाज गस एटकिंसन ने बाजी मारी, जबकि महिला वर्ग में श्रीलंका की चमारी अटापट्टू इस अवार्ड को जीतने में सफल रहीं। गस एटकिंसन ने भारत के युवा ऑलराउंडर वॉशिंगटन सुंदर और चार्ली कैसेल को पछाड़ा। चमारी अटापट्टू को भारतीय टीम की उप-कप्तान स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा से चुनौती मिली थी।
अपने डेब्यू टेस्ट में गस एटकिंसन ने बरपाया था कहर
पिछले महीने इंग्लैंड के लिए अपना टेस्ट डेब्यू करने वाले गस एटकिंसन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ खेलते हुए अपने पहले ही मैच 12 विकेट हासिल करके तबाही मचा दी थी। तीन मैचों की उस सीरीज में उन्होंने 22 विकेट हासिल किए थे।
प्लेयर ऑफ द मंथ का अवार्ड जीतने पर एटकिंसन ने भी खुशी जताई और कहा, 'आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ का अवार्ड जीतना वाकई सम्मान की बात है। मेरे टेस्ट करियर की शुरुआत अविश्वसनीय रही है और मैंने कभी नहीं सोचा था कि इंग्लैंड के लिए खेली अपनी पहली सीरीज में मुझे इतनी सफलता मिलेगी।'
इसके साथ दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने अपने हेड कोच ब्रैंडन मैकुलम और कप्तान बेन स्टोक्स का भी आभार व्यक्त किया और कहा, 'अपने देश के लिए खेलना और उसका प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात है। मुझे पता है कि आगे बहुत मेहनत करनी है, खासकर श्रीलंका के खिलाफ बड़ी सीरीज आने वाली है। मैं निरंतरता बनाए रखने और इंग्लैंड को सफल बनाने में अपना सर्वश्रेष्ठ देने के लिए उत्साहित हूं।'
चमारी अटापट्टू तीसरी बार जीता प्लेयर ऑफ द मंथ अवार्ड
श्रीलंकाई कप्तान चमारी अटापट्टू का प्रदर्शन पिछले कुछ समय से काफी शानदार रहा है। उन्होंने अपनी टीम को एशिया कप 2024 का टाइटल जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। ये तीसरा मौका है, जब अटापट्टू ने इस अवार्ड को अपने नाम किया है।
विजेता बनने पर अटापट्टू ने कहा, 'मैं तीसरी बार आईसीसी महिला खिलाड़ी ऑफ द मंथ के रूप में चुने जाने पर खुश और सम्मानित महसूस कर रही हूं और यह देखकर खुशी हो रही है कि मेरे प्रयासों को, जो मेरे साथियों और कोचों के समर्थन से हासिल किए गए हैं, क्रिकेट जगत द्वारा लगातार सराहा जा रहा है। मुझे विश्वास है कि ये इससे उन हजारों लड़कियों को एक सकारात्मक संदेश मिलेगा, पहले से ही मेरे देश और अन्य जगहों पर क्रिकेट खेल रही हैं और अपने देश के लिए खेलना चाहती हैं। उन्हें खेल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता और समर्पण का फल एक दिन जरूर मिलेगा।'