Hardik Pandya doubtful for Champions Trophy 2025: अगले साल आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन होना है, जिसकी मेजबानी अभी पाकिस्तान के पास है। इस टूर्नामेंट की 8 साल बाद वापसी हो रही है। ऐसे में इसमें शामिल होने वाली सभी टीम अपना पूरा जोर लगाती नजर आएंगी। भारतीय टीम भी चैंपियंस ट्रॉफी का हिस्सा है और इसके लिए अभी से खिलाड़ियों को चुने जाने की योजना शुरू हो चुकी है। हालांकि, ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या को कठिन परीक्षा से गुजरना होगा और अगर वह सफल रहे तभी शायद उन्हें चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने का मौका मिले।
भारतीय टीम को चैंपियंस ट्रॉफी से पहले सिर्फ 6 वनडे मुकाबले ही खेलने हैं, जिसमें से 3 अगले महीने श्रीलंका के खिलाफ होने है। श्रीलंका में होने वाले वनडे मुकाबलों से हार्दिक पांड्या ने अपना नाम वापस ले लिया है और वह सिर्फ टी20 सीरीज का ही हिस्सा होंगे। उनके हाथ से टी20 की कप्तानी भी निकल गई, जिसके पीछे फिटनेस को अहम वजह माना जा रहा है। अब वनडे टीम पर भी हार्दिक की जगह पक्की नहीं लग रही है।
हार्दिक पांड्या को साबित करनी होगी गेंदबाजी फिटनेस
हाल ही में बीसीसीआई ने जब श्रीलंका का स्क्वाड चुना तो मीडिया में रिपोर्ट्स आईं कि हार्दिक पांड्या को ब्रेक के बाद बाद घरेलू क्रिकेट खेलने को कहा गया है और टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर चाहते हैं कि हार्दिक विजय हजारे ट्रॉफी में अपने दस ओवर का कोटा भी पूरा करें। अब बताया जा रहा है कि अगले कुछ महीनों में घरेलू क्रिकेट के दौरान बीसीसीआई की हार्दिक की फिटनेस पर पैनी नजर होगी।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने बताया, "चोट से वापसी करने के बाद हार्दिक ने टी20 क्रिकेट में सिर्फ चार ओवर गेंदबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन लंबे प्रारूप में हार्दिक की परीक्षा नहीं हुई है। उनकी क्षमता पर नजर रखने की जरूरत है। चयनकर्ता इस बात पर नजर रखेंगे कि साल के अंत में विजय हजारे ट्रॉफी में वह कैसा प्रदर्शन करते हैं। हार्दिक की बल्लेबाजी उतनी विस्फोटक नहीं रही जितनी पहले हुआ करती थी। वह टी20 वर्ल्ड कप में अच्छा खेले लेकिन उनकी असली वैल्यू तब होती है जब वह गेंदबाजी में अपने पूरे ओवर करते हैं। उनका आखिरी वनडे पिछले साल वर्ल्ड कप के दौरान था जब वह चोटिल हो गए थे। इसका मतलब है कि वह एक साल से अधिक समय तक वनडे नहीं खेल पाएंगे। उनके कार्यभार पर नजर रखने की जरूरत है।"
पिछले साल खेला था वनडे मुकाबला
बता दें कि हार्दिक पांड्या ने अपना आखिर वनडे मुकाबला पिछले साल वर्ल्ड कप के दौरान बांग्लादेश के खिलाफ खेला था, जिसमें वह बीच में ही चोटिल हो गए थे और फिर लंबे समय तक बाहर रहे। फिट होने के बाद हार्दिक ने आईपीएल 2024 खेला और फिर टी20 वर्ल्ड कप में नजर आए। ऐसे में वनडे मुकाबले के लिए अभी तक उनकी फिटनेस साबित नहीं हुई है और इसी वजह से बीसीसीआई चैंपियंस ट्रॉफी के लिए जोखिम लेने के मूड में नहीं है।